पीएम मोदी ने आपदा पर जताई चिंता, दिल्ली के नियम से खरीदी नई कार, लाटरी पर राज्यपाल ने नहीं दी प्रतिक्रिया
शिमला – नितिश पठानियां
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर लौटे राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल का कहना है कि प्रदेश में आपदा की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई है। राजभवन में लोक सेवा आयोग के एक सदस्य के शपथ ग्रहण समारोह के उपरांत मीडिया प्रतिनिधियों से बात करते हुए राज्यपाल शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी प्रदेश के लोगों को रहन-सहन की शैली बदलने की आवश्यकता पर बल दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल प्रदेश में लगातार घट रही प्राकृतिक आपदा की घटनाओं पर चिंता प्रकट की है। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राजभवन के लिए खरीदी गई 92 लाख की मर्सिडीज के संदर्भ में कहा कि संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान यह भी बता देते कि दिल्ली में पुरानी कार सड़क पर चल नहीं सकती है तो कितना अच्छा होता।
दिल्ली में लागू नियमों के चलते प्रदेश सरकार ने नई मर्सिडीज खरीदी है। वैसे मुझे नए वाहन की आवश्यकता नहीं है, लेकिन दिल्ली की सड़कों पर पुराने वाहन चल नहीं सकते हैं। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने नशा पुनर्वास केंद्र के संबंध में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा दी गई प्रतिक्रिया पर अपनी बात रखते हुए कहा कि मैंने राज्य में सिर्फ नशा पुनर्वास केंद्र खोलन की बात की थी।
मैंने पिछली बार राजभवन में मीडिया प्रतिनिधियों से प्रदेश सरकार और प्रशासन की ओर से किए जा रहे कार्याें का भी उल्लेख किया था। सरकार के प्रयासाें से नशा करने वालों के परिवार आगे आकर स्वीकार रहे थे कि उनके घर में नशा करने वाला मौजूद है। अब ये तो मुख्यमंत्री ही बता सकते हैं कि उन्होंने किस संदर्भ में अपनी बात रखी थी।
आपदा की स्थिति में केंद्र सरकार पर सत्तारूढ़ प्रदेश सरकार की ओर से विशेष वित्तीय पैकेज देने का मामला उठाया जा रहा है। आपदा का सामना करने के लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस व भाजपा के बीच में खींचतान चल रही है। इस तरह की स्थिति पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल का कहना था कि केंद्र सरकार हमेशा सहायता कर रही है।
इस तरह की स्थिति का समाधान तो आपसी तालमेल से ही हल हो सकता है। प्रदेश में अवैज्ञानिक निर्माण और आपदा को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर राज्यपाल शुक्ल ने कहा कि इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की टिप्पणी है।
इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने भी चिंता जताई है। सभी इस बात को लेकर चिंतित हैं, प्रदेश के लोगों को इस विषय पर सोचने की जरूरत है। प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई लाटरी पर प्रतिक्रिया देने से राज्यपाल ने इन्कार किया।