हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं में अगर इस बार परीक्षार्थी नकल करते हुए पकड़े गए तो वे अगले तीन साल तक परीक्षा नहीं दे सकेंगे। नकल के मामले रोकने को लेकर इस बार स्कूल शिक्षा बोर्ड सख्त हुआ है।
इससे पहले जिस पेपर में नकल करते हुए परीक्षार्थी को पकड़ा जाता था, उस पेपर में ही उसका यूएमसी केस बना कर संबंधित विषय में फेल किया जाता था। प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं चार मार्च से शुरू होने वाली हैं।
इन परीक्षाओं के लिए प्रदेश भर में 2,300 परीक्षा केंद्र निजी और सरकारी स्कूलों में शिक्षा बोर्ड ने बनाए हैं। चार मार्च से शुरू होने वाली परीक्षाओं के लिए शिक्षा बोर्ड जहां मुख्यालय से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नजर रखेगा।
वहीं अधीक्षक-उपाधीक्षक, बोर्ड के गठित उड़नदस्ते, एसडीएम और शिक्षा विभाग के उड़नदस्तों के अलावा परीक्षा हाल में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों से भी परीक्षार्थियों पर नजर रखी जाएगी।
स्कूल शिक्षा बोर्ड सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा के बोल
स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि इस बोर्ड बोर्ड प्रबंधन ने नकल के मामले रोकने को विशेष तैयारियां की हैं। अगर परीक्षा के दौरान कोई विद्यार्थी मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के साथ नकल करते पकड़ा जाता है तो उसे तीन साल के लिए परीक्षा देने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इससे पहले नकल करने वाले परीक्षार्थी का यूएमसी केस बनाकर संबंधित विषय में ही फेल किया जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।