डेयरी फार्म के लिए भूमि अधिग्रहण संबंधी कार्य प्रगति पर चला हुआ है। यह डेयरी फार्म प्रदेश का पहला ऐसा हाईटेक फार्म होगा। इसके साथ पशुपालकों, विशेषज्ञों और चिकित्सकों को ट्रेनिंग देने के लिए भी विशेष प्रशिक्षण संस्थान बनाया जाएगा
ऊना, अमित शर्मा
डॉ. जेएस सेन, जिला उपनिदेशक, पशुपालन विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले की ग्राम पंचायत बसाल में ऐसा डेयरी फार्म खुलने जा रहा है, जहां पर दुधारू पशुओं का दूध इंसान नहीं रोबोट निकालेंगे। रोबोट्स के सहारे ही पूरे डेयरी फार्म को चलाया जाएगा। गायों को घास डालने से लेकर उनका गोबर हटाने और उनका दूध निकालने से लेकर अन्य कार्यों को मशीनरी द्वारा ही किया जाएगा।
इसके लिए पशुपालन विभाग केंद्र सरकार का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस डेयरी फार्म कम ट्रेनिंग सेंटर बसाल में स्थापित करने जा रहा है। यह प्रोजेक्ट 44 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा। इसे 10 हेक्टेयर भूमि में बनाया जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से 38 करोड़ रुपये जारी भी हो चुके हैं। इन पैसों से रोबोट भी खरीदे जाएंगे।
डेयरी फार्म के लिए भूमि अधिग्रहण संबंधी कार्य प्रगति पर चला हुआ है। यह डेयरी फार्म प्रदेश का पहला ऐसा हाईटेक फार्म होगा। इसके साथ पशुपालकों, विशेषज्ञों और चिकित्सकों को ट्रेनिंग देने के लिए भी विशेष प्रशिक्षण संस्थान बनाया जाएगा। इस फार्म में करीब 300 के करीब देसी हाई ब्रीड गायों को रखा जाएगा। इनमें रेड सिंधि, थारपार्कर, साहिवाल, गिर और कोकरेंज गाय शामिल होंगी।
एक वर्ष के भीतर शुरू हो सकता है काम
इस हाईटेक तकनीक के डेयरी फार्म और ट्रेनिंग सेंटर का काम एक वर्ष के भीतर शुरू हो सकता है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार जैसे ही जमीन पशुपालन विभाग के नाम होती है, सर्वप्रथम डेयरी फार्म और ट्रेनिंग सेंटर का कार्य पूरा किया जाएगा। उसके साथ अन्य कार्य को अमलीजामा पहनाया जाएगा।
यह प्रोजेक्ट 44 करोड़ रुपये के बजट में तैयार होगा। इसमें से केंद्र सरकार की ओर से 38 करोड़ रुपये पशुपालन विभाग जिला ऊना को स्वीकृत कर दिए गए हैं। –