शिमला, 29 अगस्त – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारों की तादाद सात लाख से ज्यादा है। कांगड़ा जिला बेरोजगारी के मामले में पहले और लाहौल-स्पीति आखिरी पायेदान पर है। सिरमौर जिला में बेरोजगारों का आंकड़ा 54 हज़ार से अधिक है। विधानसभा के मॉनसून सत्र में यह जानकारी सामने आई है।
बेरोजगारों के संबंध में भरमौर के विधायक डॉ जनक राज के सवाल के लिखित जवाब में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि जुलाई 2024 तक प्रदेश के रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत बेरोजगारों की कुल तादाद 7 लाख 8 हजार 230 है। कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा 1 लाख 49 हजार 514 बेरोजगार हैं। लाहौल-स्पीति में सबसे कम 4631 बेरोजगार हैं।
बेरोजगारी के मामले में मंडी जिला दूसरे स्थान पर है, जहां 1 लाख 41 हजार 82 बेरोजगार हैं। शिमला जिला में 62 हजार 198, हमीरपुर जिला में 54 हजार 832, चंबा जिला में 54 हजार 705, सिरमौर जिला में 54 हजार 429, ऊना जिला में 50 हजार 351, बिलासपुर में 50 हजार 155, सोलन जिला में 42 हजार 621, कुल्लू जिला में 37 हजार 224 और किन्नौर जिला में 6488 बेरोजगार हैं।
उन्होंने कहा कि रोजगार कार्यालयों में जुलाई 2024 तक अनुसूचित जाति के पंजीकृत बेरोजगारों की तादाद 1 लाख 95 हजार 386 व अनुसूचित जनजाति की संख्या 42 हजार 483 हैं। उन्होंने कहा कि दो साल में बेरोजगारी का अनुपात बढ़ा है।
वितीय वर्ष 2021-22 में बेरोजगारी की दर 4.0 थी जो वितीय वर्ष में 2022-23 में बढ़कर 4.4 पहुंच गई। उन्होंने बताया कि रोजगार कार्यालयों में बेरोजगार पुरूषों की संख्या 3 लाख 81 हजार 534 और बेरोजगार महिलाओं की संख्या 3 लाख 26 हजार 696 है।