हिमखबर – डेस्क
हिमाचल प्रदेश में वीरवार रात से जारी भारी वर्षा ने तबाही मचाई है। शनिवार को 20 लोगों की मौत हो गई है और 16 अभी लापता हैं।
एक ही दिन में करीब 400 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का अनुमान है। इसका आकलन किया जा रहा है। बादल फटने, पहाड़ दरकने व भूस्खलन से मंडी जिले में ही 13 लोगों की मौत हो गई। छह लोग लापता हैं।
द्रंग हलके की कटौला पंचायत के संदोआ में बागी नाले में आई बाढ़ में एक मकान के चपेट में आने से छह लोग बह गए। दो बच्चियों के शव बरामद कर लिए हैं।
इसी हलके की रैंस पंचायत के डु्गर गांव में पहाड़ी दरकने से मलबा एक मकान पर गिर गया। करीब सात लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। यहां एक व्यक्ति मलबे की चपेट में आने से लापता हो गया।
ज्वालापुर के पास देर शाम मलबे की चपेट में आने से बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गई। गोहर उपमंडल की काशन पंचायत में पहाड़ी दरकने से मकान ढह गया। इससे पंचायत प्रधान खेम सिंह समेत उनके परिवार के आठ लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई।
सराज हलके की केऊली पंचायत में मलबे की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। मनाली-चंडीगढ़, पठानकोट-मंडी व धर्मपुर-जालंधर राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह भूस्खलन से बाधित हैं।
चंबा जिले में उपमंडल मुख्यालय चुवाड़ी के चुढ़ाना गांव में शुक्रवार रात भारी वर्षा से भूस्खलन व पानी के बहाव से मलबा मकान की दीवार तोड़ अंदर भर गया। मलबे में दबने से मकान में सोए दंपती व उनके 11 वर्षीय बेटे की मौत हो गई।
कांगड़ा जिले के शाहपुर की गोरड़ा पंचायत में मकान गिरने से नौ वर्षीय बालक व धीरा की कुहाणा पंचायत में डंगे के नीचे दबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
शिमला जिला के ठियोग में गाड़ी पर पत्थर गिरने से दो लोगों की मौत हो गई।
हमीरपुर जिले के सुजानपुर उपमंडल के खैरी में ब्यास का जलस्तर बढऩे से गांव के 30 लोग सुबह चार से 10 बजे तक फंसे रहे। जिला प्रशासन ने उन्हें रेस्क्यू किया। नादौन में ब्यास का जलस्तर बढऩे से औद्योगिक क्षेत्र में लाखों का नुकसान पहुंचा है।
ऐतिहासिक रेलवे चक्की पुल टूटा
पंजाब व हिमाचल को जोडऩे वाली ऐतिहासिक रेलवे चक्की पुल टूट गया है। कांगड़ा जिले के नूरपुर के पास चक्की खड्ड (नदी) पर इस पुल के टूटने से जोगेंद्रनगर-पठानकोट रेल सेवा ठप हो गई है।
इसके साथ लगते राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुल के पिलर को भी नुकसान पहुंचना शुरू हो गया है। खतरे को देखते हुए इस पुल पर भी यातायात को रोक दिया है।
धर्मशाला के पास सकोह में भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है। प्रशासन ने इसे अभी बंद रखने का फैसला लिया है।
पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग शाहपुर के चंबी, बनोई व नगरोटा बगवां के समलोटी के नजदीक भूस्खलन होने से करीब आठ घंटे बंद रहा। इस कारण अधिकतर बसें पठानकोट रूट पर रवाना नहीं हो पाईं।
अभी नहीं मिलेगी राहत
बिजली बोर्ड के 267 1525 ट्रांसफार्मर खराब होने से बिजली आपूर्ति बाधित है। मौसम विभाग ने तीन दिन भारी वर्षा की संभावना जताई है।
चंबा, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, सिरमौर और शिमला जिला में भारी वर्षा हो सकती है। प्रदेश में बीती रात से 32 जगहों पर सैलाब आने से तबाही मची है। राहत व बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की मदद ली जा रही है।
पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी
हिमाचल प्रदेश आने वाले पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। उन्हें नदियों और खड्डों के किनारे न जाने की सलाह दी है। भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में न जाने की अपील की है।
मणिमहेश यात्रा रोकी
भारी वर्षा के कारण जिला प्रशासन चंबा ने उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा पर दो दिन रोक लगाई है। यह यात्रा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से लेकर राधाष्टमी तक चलती है। प्रशासन ने 21 व 22 अगस्त को यात्रा पर रोक लगाई है।
जिला प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा पर निकले यात्रियों से अपील की है कि वे आगे बढऩे के बजाय सुरक्षित स्थान पर रहें। भरमौर के प्रघाला नाला में शनिवार सुबह भूस्खलन हुआ।
इस मार्ग को जोखिम लेकर आगे बढ़ रहे दो श्रद्धालुओं को पत्थर से हल्की चोटें आई हैं। वहीं, मणिमहेश यात्री अब देर शाम सात बजे से सुबह 5:30 बजे तक भरमौर से हड़सर नहीं जा पाएंगे।
प्रशासन ने प्रंघाला नाला के समीप सड़क क्षतिग्रस्त होने की वजह से रात को श्रद्धालुओं की मणिमहेश यात्रा में आवाजाही पर रोक लगाई है।