बिलासपुर, सुभाष चंदेल
बिलासपुर जिले का एक युवक अपने व अपने परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए सऊदी अरब गया हुया था। बताया जा रहा है कि वे वहां एक शेख के यहां काम करता था।
इस बीच जब उसके पास उसकी पत्नी के बीमार होने की खबर पहुंची तो उसने शेख से छुट्टी मांगी।शेख ने उसको छुट्टी तो नहीं दी बल्की उल्टा उसका वेतन भी रूकवा दिया जिस वजह से वह सऊदी में ही फंस गया।
युवक के घरवालों ने उसे शेख के यहां से छुड़वाने के लिए मदद के लिए सामजसेवी संस्था ‘हेल्पिंग हेल्पलेस’का रूख किया। इस संस्था की मदद से ही युवक की घर वापसी हो पाई है। युवक की पहचान शिव कुमार निवासी नैनादेवी के साथ लगते इलाके के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार युवक के पिता ने अप्रैल के महीने में संस्था से संपर्क कर इस मामले की पूरी जानकारी उन्हें दी थी। जिसके बाद से ही संस्था युवक को घर वापिस लाने के काम में जुट गई थी।
इस पूरे मामले पर ‘हेल्पिंग हेल्पलेस’ संस्था की प्रमुख अमनजोत कौर रामूवालिया ने जानकारी देते हुए बताया कि शिव कुमार हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर स्थित नयनादेवी के साथ लगते इलाके का रहने वाला है। वह सऊदी अरब में नौकरी कर रहा था।
बताया गया कि जब उसकी पत्नी के बीमार होने की खबर उसके पास पहुंची तो उसने वहां से भारत आना चाहा। जिस शेख के पास शिव कुमार नौकरी करता था उससे उसने अपनी बीमार पत्नी की देखभाल के लिए भारत आने की छुट्टी मांगी थी। लेकिन शेख ने उसे छुट्टी देना तो दूर उसका वेतन ही देना बंद कर दिया। इसके बाद वह और मुश्किल में आ गया।
अप्रैल महीने में शिव कुमार के पिता ने संस्था से संपर्क कर पूरी जानकारी दी।इसके बाद संस्था के करीब 45 दिन के प्रयास से शिव कुमार का पता लगने के बाद उन्होंने सऊदी अरब में भारतीय दूतावास में संपर्क कर उसे भारत लाने की प्रक्रिया शुरू की। लेकिन कोरोना की वजह से कई फ्लाइट्स रद्द होने के कारण इस काम में ज्यादा समय लग गया।
अब शिव कुमार का बकाया वेतन भी उसे दिलवाया जाएगा। बता दें कि अमनजोत कौर रामूवालिया की संस्था विभिन्न कारणों से विदेशों में फंसे कई भारतीयों को वहां से वापस अपने देश लाने का काम करती है।