सोलन – रजनीश ठाकुर
पिछले 9 महीने से सोलन इलेक्ट्रिकल डिवीज़न में कार्यरत सुप्रिडेंट राजेश गुप्ता ने सरकार और विधुत विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केवल अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए मंत्री से कह कर मुझे सस्पेंड करवा दिया गया।
उन्होंने कहा कि जब मैंने सस्पेंड होने का कारण पूछा तो जवाब मिला कि आपके खिलाफ शिकायत मिली है तथा लोग कह रहे हैं कि गुप्ता से सब परेशान हैं क्योंकि गुप्ता सबकी कुण्डलिया खोल कर रिकवरी निकाल रहा है। गुप्ता ने कहा कि उनका जुर्म सिर्फ इतना है कि उन्होंने घोटालों का पर्दाफाश किया और रिकवरी करके विधुत बोर्ड के खाते में पैसा जमा करवाया।
जिससे घोटाला करने वाले कर्मचारी परेशान हुए जोकि गलत लोग हैं और उन्होंने मंत्री का सहारा लेकर मुझे प्रशस्ति पत्र देने की बजाए बिना कोई नोटिस दिए सस्पेंड करवा दिया जोकि बहुत ही गलत है कि मुझे अपना पक्ष रखने तक का भी कोई मौका नहीं दिया और न ही कोई कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
यही नहीं नववर्ष में उनका वेतन भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया जोकि बिल्कुल कानून के तहत गलत है। सुप्रिडेंट राजेश गुप्ता ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि मेरे से पहले भी जो सुप्रिडेंट थे उन्हें भी दबका कर नेता लोग गलत काम करवाते थे। उन्होंने बताया कि यही नहीं राजनीति के चलते विभाग में 42 लाख का घपला करने वाले को भी वापिस बहाल कर दिया गया और तो और लोग सोलन बिजली विभाग में 20 से 25 साल तक एक ही जगह बिना तबादले के बैठे हैं।
सुप्रिडेंट राजेश गुप्ता ने गंभीर आरोपो की झड़ी लगाते हुए सरकार तथा प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हें जल्द से जल्द इंसाफ दिलवाया जाए और उचित कार्रवाई की जाए उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह खुद गलत पाए जाते है तो विभाग उनपर जो करवाई करेगा वह भी उन्हें मंजूर है बशर्ते बिना पक्षपात के उचित जांच की जाए।
अपनी गुहार लगाने के लिए गुप्ता लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से भी मिले जहां मुख्यमंत्री ने तुरंत प्रभाव से जांच के आदेश दिए और गुप्ता को आश्वस्त किया कि जल्द जांच करके उन्हें इंसाफ दिया जाएगा तथा जांच के बाद गलत पाए जाने वाले लोगों पर उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।