जिस नए घर से जनवरी में उठनी थी बहन की डोली, वहां से निकली शहीद भाई की अर्थी
मंडी – अजय सूर्या
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के जोगिंद्रनगर क्षेत्र की पिपली पंचायत के पोहल गांव निवासी 25 वर्षीय सैनिक विनय कुमार ने उपचार के दौरान रविवार को जालंधर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था। उनकी पार्थिव देह सोमवार देर शाम घर पहुंचीं।
मंगलवार को सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। इस दाैरान पूरा क्षेत्र विनय अमर रहे और भारत माता के नारों से गूंज उठा। परिजनों की चीख-पुकार के बीच जवान के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े। हर गांव वालों की आंखे नम थीं, तो विनय की मां बेसुध थी।
पिता का सहारा विनय अपनी तीन बहनों और एक भाई से बिछुड़ गया। पूरा क्षेत्र विनय की इस यात्रा में शामिल हुआ, वहीं विनय का भाई अनिल कुमार जो 3 डोगरा रेजिमेंट में अग्निवीर है और सिक्किम में देश सेवा कर रहा है, वह अपने भाई की इस यात्रा में शामिल नहीं हो पाया। सबसे छोटी बहन नेहा ने अपने भाई शहीद विनय कुमार को मुखाग्नि दी। मौके पर 20 डोगरा के जवानों ने सलामी दी।
उधर, उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि स्थानीय एसडीएम से एक सैनिक की स्वास्थ्य कारणों से निधन होने की सूचना मिली है। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सैनिक विनय कुमार के निधन पर शोक जताया है।
बता दे कि विनय अगस्त माह में छुट्टी काटने के बाद जोगिंद्रनगर से सितंबर में फिरोजपुर में सेवाएं देने के लिए गए थे। 11 सितंबर को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल करवाया गया। उनके पीलियाग्रस्त होने का पता चला। यहां से उन्हें जांलधर स्थित अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल करवाया गया।
18 दिन विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन रहने के बाद रविवार देर शाम को उनकी मौत की खबर आई। विनय कुमार बीते पांच सालों से भारतीय सेना में बतौर सिपाही सेवाएं दे रहे थे।