मंडी, 3 दिसंबर – अजय सूर्या
सियाचिन ग्लेशियर में मातृभूमि की रक्षा करते हुए शहीद हुए मंडी जिला के कोटली उपमंडल के जलौन गांव के हवलदार नवल किशोर का मंगलवार दोपहर बाद सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के छोटे भाई सुनील ने हवलदार नवल किशोर को मुखाग्नि दी। शहीद नवल किशोर का पैतृक गांव में बने कलोथन श्मशान घाट में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
इससे पूर्व जैसे शहीद नवल किशोर की पार्थिव देह घर के आंगन में पहुंची तो मौहाल पूरी तरह से गमगीन हो गया। 28 वर्षीय शहीद हवलदार नवल किशोर की पत्नी श्वेता देवी ने शहीद पति को अंतिम विदाई दी। इस मौके पर जहां शहीद के माता-पिता सहित परिजनों व सैंकड़ों क्षेत्र वासियों से शहीद को नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी, वहीं भारत माता की जय व शहीद नवल किशोर अमर रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
इससे पूर्व दोपहर करीब दो बजे सेना के हेलीकाप्टर के माध्यम से शहीद हवलदार नवल किशोर की पार्थिव देह चंडीगढ़ से मंडी स्थित हेलीपेड लाई गई। यहां पर आर्मी सैनिक हेडक्वार्टर पालमपुर से आए सैनिकों, पूर्व सैनिक लीग व हिमाचल डिफेंस वूमेन ने तिरंगे में लिपटे शहीद को अंतिम श्रद्धाजंलि अर्पित की। प्रशासन की ओर से इस मौके पर एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार मौजूद रहे।
बता दें कि सियाचिन ग्लेशियर में डयूटी के दौरान जलवायु कारकों के चलते ऑक्सीजन की कमी के कारण हवलदार नवल किशोर की मौत हुई है। उपमंडल कोटली के तहत पड़ने वाली ग्राम पंचायत सदोह के जलौन गांव के रहने वाले शहीद हवलदार नवल किशोर 2017 में जैक राइफल में भर्ती हुए थे। डेढ़ साल पहले ही नवल किशोर की शादी पुलिस में महिला कांस्टेबल श्वेता सिंह से हुई थी। शहीद का छोटा भाई सुनील भी भारतीय सेना की 8 जैक राइफल में अपनी सेवाएं दे रहा है।