चम्बा – भूषण गुरूंग
पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चम्बा में मरीजों को जीवन रक्षक दवाइयां तक नहीं मिल रहीं। मरीजों को मजबूरन बाजार से महंगे दाम पर दवाइयां खरीदनी पड़ रही हैं।
कहने को तो सरकार द्वारा अस्पतालों में 130 से अधिक प्रकार की दवाइयां नि:शुल्क उपलब्ध करवाने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन जब मरीज मेडिकल काॅलेज की डिस्पैंसरी में पर्ची दिखाते हैं तो एक ही उत्तर मिल रहा है कि यह दवाई नहीं है। इन्हें बाजार से खरीदना पड़ेगा। इससे सरकार के दावों की पोल खुल रही है।
चम्बा वैल्फेयर एसोसिएशन महासचिव सुरेश कश्मीरी के बोल
चम्बा वैल्फेयर एसोसिएशन के महासचिव सुरेश कश्मीरी ने बताया कि एसोसिएशन के एक सदस्य जोकि वरिष्ठ नागरिक हैं, जब वह चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवाई लेने के लिए डिस्पैंसरी में गए तो वहां न तो बीपी और न ही इकोस्प्रीन जैसी कोई दवाई मिल पाई।
उन्होंने कहा कि पिछले दो-तीन दिन से इस प्रकार की दवाइयां नहीं मिल रही हैं। कई मरीज डिस्पैंसरी से बैरंग लौट चुके हैं और बाजार से महंगे दाम पर दवाइयां खरीदकर इलाज करवा रहे हैं।
उन्होंने मेडिकल काॅलेज प्रबंधन व प्रदेश सरकार से मांग की है कि मरीजों को अस्पताल में नि:शुल्क दवाइयां उपलब्ध करवाई जाएं, ताकि उन्हें सुविधा मिल सके।
सुरेश कश्मीरी ने बताया कि मेडिकल काॅलेज के एमएस ने ओपीडी भवन में पर्ची पंजीकरण काऊंटर स्थापित कर मरीजों को राहत पहुंचाई है, लेकिन इस काऊंटर का समय-समय पर औचक निरीक्षण किया जाए, ताकि व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके।
उन्होंने कहा कि वीरवार को जब एक वरिष्ठ नागरिक पर्ची बनाने के लिए काऊंटर पर पहुंचे, लेकिन वहां कोई कर्मचारी तैनात नहीं था। इससे मरीज को पर्ची बनाने के लिए काफी इंतजार करना पड़ा।
मेडिकल काॅलेज एमएस डॉ. जालम भारद्वाज के बोल
मेडिकल काॅलेज चम्बा के एमएस डॉ. जालम भारद्वाज ने कहा कि मेडिकल काॅलेज में जरूरी दवाइयों की आपूर्ति हो रही है। कुछ दवाइयां आ चुकी हैं। कुछ एक-दो दिन में आ जाएंगी। अप्रैल माह में दवाइयों की काफी कमी थी, लेकिन अब जरूरी दवाइयां आ चुकी हैं। मरीज दवाइयां ले सकते हैं।