कांगड़ा- राजीव जसवाल
समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत खंड कांगडा में एक दिवसीय समुदायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम विनोद चौधरी जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा अभियान जिला कांगड़ा की अध्यक्षता में बीआरसीसी कार्यालय में संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में खंड कांगड़ा की 95 प्राथमिक पाठशालाओं की स्कूल प्रबंधन समिति व पंचायती राज संस्था के लगभग 250 सदस्यों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीआरसीसी प्राइमरी सुशील कुमार सिहोतरा ने कहा कि स्कूल प्रबंधन समिति विद्यालय विकास में एक अहम भूमिका अदा करती है। उन्होंने स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों को उनके अधिकारों व कर्तव्यों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत 6 से 14 वर्ष के आयु के प्रत्येक बच्चे को निशुल्क व अनिवार्य शिक्षा का अधिकार है। अब स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाएं भी आरंभ हो चुकी हैं पूरे प्रदेश में 3840, जिला कांगड़ा में 704 व खंड कांगड़ा में 30 प्री प्राइमरी स्कूल हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा खोले गए हैं। इन प्री प्राइमरी स्कूलों में छोटे बच्चों के लिए स्मार्ट क्लासरूम, बढ़िया फर्नीचर और बच्चों को खेलने के लिए बहुत सारा सामान विभाग द्वारा मुहैया करवाया जा रहा है।
बहुत सी मूलभूत सुविधाएं विद्यालय में विद्यार्थियों को सरकार द्वारा मुहैया करवाई जा रही है जिसमें बच्चों को मुफ्त किताबें, मुफ्त वर्दी, वर्दी की सिलाई के लिए धनराशि, गरीब बच्चों के लिए सहायतार्थ राशि और प्री प्राइमरी कक्षा से मध्याह्न भोजन का शुभारंभ कर दिया गया है। उन्होंने स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों से आह्वान किया कि बच्चों की विद्यालय में संख्या बढ़ाने के लिए विद्यालय प्रशासन के साथ मिलकर प्रयास करें।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा जिला कांगड़ा विनोद चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग प्राथमिक विद्यालयों को स्टार प्रोजेक्ट के द्वारा आधुनिक और डिजिटल बना रहा है।
इस कड़ी में खंड कांगड़ा के राजकीय प्राथमिक पाठशाला वूसल और राजकीय प्राथमिक पाठशाला खोली में हिमाचल प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा एलईडी सहित प्रोजेक्टर, कंप्यूटर, प्रिंटर इत्यादि प्रदान किए गए हैं जिसके अंतर्गत अब विद्यालय में डिजिटल तरीके से शिक्षण कार्य हो रहे हैं। आने वाले समय में सभी पाठशालाओं को स्टार प्रोजेक्ट के साथ जोड़ा जाएगा। राजकीय प्राथमिक पाठशाला रानीताल को श्रेष्ठ विद्यालय योजना के अंतर्गत आधुनिक विद्यालय के रूप में निर्मित किया गया है।
उन्होंने इस मौके पर पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों व स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों से आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक बच्चों को सरकारी स्कूलों में लाएं ताकि सरकार की तरफ से मिल रही मूलभूत सुविधाओं का बच्चो को लाभ मिले।
उन्होंने स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों को उनके कर्तव्यों व अधिकारों के प्रति भी जागरूक किया।विद्यालय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने के लिए तीन स्कूल प्रबंधन समितियों को उत्कृष्ट स्कूल प्रबंधन समिति चुना गया जिसमें राजकीय प्राथमिक पाठशाला जगनी, राजकीय प्राथमिक पाठशाला सुन्ही, राजकीय प्राथमिक पाठशाला रानीताल सम्मिलित हैं।
इन्हे मुख्य अतिथि जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा अभियान जिला कांगड़ा द्वारा सम्मानित किया गया। वर्ष 2019-20 के लिए जिला की तरफ से राजकीय प्राथमिक पाठशाला बालूग्लोआ की स्कूल प्रबंधन समिति को सम्मानित किया गया।
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए पवन कुमार जेबीटी राजकीय प्राथमिक पाठशाला जलाडी, अंशुमन जेबीटी राजकीय प्राथमिक पाठशाला सुन्ही, सुखविंदर सिंह मुख्य शिक्षक राजकीय प्राथमिक पाठशाला बल्ला सलोल, उषा देवी जेबीटी राजकीय प्राथमिक पाठशाला बालू ग्लोआ, रोजी देवी जेबीटी राजकीय प्राथमिक पाठशाला जनानाबाद, कुलवंत सिंह जेबीटी राजकीय प्राथमिक पाठशाला घीण, वंदना अवस्थी मुख्य शिक्षिका राजकीय प्राथमिक पाठशाला उज्जैन, मंजीत सिंह जेबीटी राजकीय प्राथमिक पाठशाला सोहडा, रोमी कंवर जेबीटी राजकीय प्राथमिक पाठशाला जटेहड, शीतल गुलेरिया जेबीटी राजकीय प्राथमिक पाठशाला तकीपुर को उत्कृष्ट शिक्षक चुना गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को जिला परियोजना अधिकारी कार्यालय से डॉक्टर जोगिंदर शर्मा व अदिति गुलेरी द्वारा संबोधित किया गया। इस मौके पर खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी मीनाक्षी शर्मा, ब्लॉक प्रोजेक्ट ऑफिसर, बीआरसीसी अपर प्राइमरी रविंद्र नरियाल, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान कमलजीत, वरिष्ठ उपप्रधान संजीव कुमार, कोषाध्यक्ष विजय सिंह सभी केंद्र मुख्य शिक्षक बीआरसीसी खंड कांगड़ा का संपूर्ण स्टाफ व खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय का पूरा स्टाफ मौजूद रहा।