कहा देव सस्ंकति हिमाचल की पहचान, रोहित ठाकुर ने 17 करोड़ रुपये के स्कूल भवनों के पुनर्निमाण के किए शिलान्यास, बोले सभी क्षतिग्रस्त स्कूलों भवन निर्माण के लिए प्रथम चरण की किश्त जारी, कोटा धार में प्राथमिक पाठशाला खोलने की घोषणा की
मंडी, 14 जून – अजय सूर्या
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने पराशर ऋषि की तपोस्थली पराशर झील में आयोजित जिला स्तरीय सरनाहुली मेले का शुभारम्भ किया। उन्होंने पिछली बरसात में क्षतिग्रस्त दं्रग विधानसभा के चार स्कूलों घ्राण, देयोरी, बागी कटौला और कथोग स्कूल के भवनों का शिलान्यास किया। इन पर 17 करोड़ रुपये की राशि व्यय होगी।
उन्होंने कहा कि स्कूल भवनों के पुनर्निर्माण के लिए जितनी भी राशि की जरूरत होगी उतनी मुहैया करवा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घ्राण के निर्माण पर 5.41 करोड़ रुपये, दियोरी स्कूल के निर्माण पर 4.24 करोड़ रुपये, बाग्गी कटौला स्कूल भवन पर के निर्माण पर 3.87 करोड़, कथोग स्कूल के निर्माण के लिए 3.53 करोड़ खर्च होंगे।
उन्होंने इस अवसर पर 40 लाख रुपये की लागत से निर्मित स्वाड़ स्कूल भवन का उदघाटन भी किया। उन्होंने बताया कि इन स्कूल भवनों के पुनर्निर्माण के लिए लिए प्रथम किश्त के तौर पर लोक निर्माण विभाग को 6 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैंे। इन स्कूल भवनों का निर्माण निश्चित समय में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने ठाकुर कौल सिंह के आग्रह पर कोटा धार में तत्काल प्राथमिक पाठशाला खोलने की घोषणा भी की।
उन्होंने बताया कि सभी क्षतिग्रस्त स्कूलों मं प्रथम चरण की किश्त जारी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि पिछली बरसात में जिला में 17 प्राथमिक पाठशालाएं भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुई थी उनके पुनर्निर्माण के लिए भी 3 करोड़ रुपये की राशि लोक निर्माण विभाग को जारी कर दी है।
उन्होंने कहा कि पिछली बरसात में सर्वाधिक नुकसान दं्रग विधानसभा क्षेत्र मंे हुआ है। मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार का पूरा ध्यान दूर-दराज के क्षेत्रों में विकास करने की ओर है। यहां बरसात से जो भी नुकसान हुआ है उसे जल्द पूरा कर दिया जाएगा।
उन्होंने इस अवसर पर बताया कि कौल सिंह ठाकुर ने स्वास्थ्य मंत्री रहते सर्वाधिक स्वास्थ्य संस्थान उनके विधानसभा क्षेत्र जुब्बल कोटखाई में खोले थे। 90 प्रतिशत उठाऊ पेयजल योजनाएं उनके सिंचाई मंत्री रहते उन्होंने उनके विधानसभा क्षेत्र में शुरू की हैं। वह सदा उनके आभारी रहेंगे।
उन्होंने कहा कि देव संस्कृति हिमाचल प्रदेश की पहचान है और हमें इस पर गर्व है। हिमाचल तपोभूमी है। श्रषियों की तपोस्थली रही है। मेले का शुभारम्भ करना उनके लिए शौभाग्यशाली क्षण हैं। उन्होंने कहा कि चुनावों में भारतीय जनता पार्टी का घमंड चूर हो चुका है। 400 पार का नारा देने वाली भाजपा केवल 240 सीटों पर सिमट गई है। उनकी अब उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। असली चेहरा जनता के सामने आ चुका है। प्रदेश में कांग्रेस पार्टी द्वारा विधानसभा की चार सीटें जीतने पर हिमाचल में भाजपा के धनबल की हार हुई है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने सत्ता में आते ही 150 कॉलेजों में से 105 में प्रधानाचार्य के पदों और 630 सहायक प्राचार्यों के पदों को भरा है। अगले महीने में सीधी भर्ती और प्रमोशन के आधार पर 1200 से अधिक स्कूल लेक्चररों के खाली पद भर दिए जाएंगे।
मंडी जिला के सभी स्कूलों में जहां विद्यार्थियों की संख्या 20 से अधिक है वहां पर एक अन्य अध्यापक की नियुक्ति बहुत जल्द कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार सरकारी और निजी स्कूलों में जो अंतर है उसे खत्म करने का प्रयास सरकार कर रही है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ठाकुर कौल सिंह ने शिक्षा मंत्री द्वारा सरनाहुली मेले का शुभारम्भ करने और द्रंग विधानसभा के क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों के निर्माण के लिए 17 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के शिलान्यास करने के लिए शिक्षा मंत्री का धन्यवाद किया।
शिक्षा मंत्री ने इस दौरान विभिन्न विभागों की प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया। उन्होंने इस अवसर पर कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले दलांे को 15-15 हजार रुपये भी स्वीकृत किए।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव सोहल लाल ठाकुर, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के प्रधान वामन देव ठाकुर, पंचायत समिति उपाध्यक्ष द्रंग कृष्ण भोज, पधर मंडल के अध्यक्ष गिरधारी लाल, चोहार मंडल के घनश्याम, बडार के दलीप, सनोर के दामोदर नेगी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी महासचिव जितेन्द्र कमांडो, मेला कमेटी के अध्यक्ष एसडीएम ओम कांत ठाकुर,प्रधान ग्राम पंचायत सेगली बिमला देवी सहित अन्य अतिथि मौजूद रहे।