देहरा- शीतल शर्मा
हिमालयन सांस्कृतिक विरासत के सरंक्षण हेतु प्रयासरत “सभ्याचारक रंग मंच” द्वारा गाँव दुधम्ब में “विरासत उत्सव” का आयोजन किया गया ।
हिमाचल प्रदेश भाषा कला एवं संस्कृति विभाग के निर्देशन में आयोजित इस उत्सव में भारतीय परम्परागत लोक कलाओं का भावमयी प्रदर्शन किया गया । लोक गीतों एवं नृत्यों का प्रदर्शन देखते ही बनता था । शादी में गाए जाने वाले परम्परागत प्रचलित “ सुहाग -विवाह गीतों” ने सबका मन मोह लिया एवं अपनी समृद्ध संस्कृति से अवगत करवाया ।
इस अवसर पर प्रख्यात लोक कलाकार जितेन्द्र कुमार ने कहा कि लोक परम्पराओं का हर कीमत पर संरक्षण जरूरी है । भारत की गरिमामयी लोक परंपराएं हैं और उन्हें हर कीमत पर जिंदा रखा जाना चाहिए। हमें अपनी संस्कृति, परंपराओं और जड़ों को नहीं भूलना चाहिए। युवा पीढ़ी को हमारी सांस्कृतिक विरासत से अवगत कराया जाना चाहिए और परंपराओं को आगे ले जाना चाहिए, तभी हमारी पहचान कायम रहेगी।