हिमखबर – संपादक सूरज विश्वकर्मा
बांका जिला के शंभूगंज प्रखंड के मंझगाय के प्रकाश मंडल के पुत्र सौरभ कुमार की शादी समुखियामोड़ में तय हुई थी। प्रकाश मंडल घर से करीब पांच दर्जन बाराती लेकर धूम-धाम के साथ समुखियामोड़ पहुंचे थे। लड़की के घर पहुंचते ही पहले सभी बारातियों का खातिरदारी हुईं। जब बारात लड़की के द्वार पर पहुंची तो दूल्हे राजा सेहरा बांधे वरमाला स्टेज पर विराजमान हुए।
लड़की हाथों में फूल माला लिए स्टेज पर गई। इस दौरान किसी बाराती ने बाहर पटाखे छोड़ दिया। पटाखे की जोरदार आवाज से दूल्हे राजा को मिर्गी आ गई और स्टेज पर ही मूर्छित होकर गिर पड़े। यह देख लड़की दंग रह गई और शादी नहीं करने की बात कह वापस घर चली गई। वरमाला पंडाल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। लड़की पक्ष बारातियों पर यह कहकर बरसने लगे कि लड़के को मिर्गी दौरा की बात छिपाई क्यों गई।
लड़की ने साफ मना कर दिया कि वह उससे शादी करेगा। लड़का बीमार है। लड़की को काफी समझाया गया, लेकिन वह नहीं मानी। वधु पक्ष के लोगों ने भी लड़की को काफी समझाया, लेकिन उसने साफ कहा कि क्या तुम लोग मेरा भविष्य खराब कर दौगी। वह शादी करने को तैयारी नहींं हुई।
इस बीच बाराती पक्ष के प्रकाश मंडल सहित अन्य लोग कहते रह गए कि मिर्गी का इलाज चल अब अंतिम चरण में है। जल्द ही ठीक हो जाएगा। शादी करने में ऐतराज नहीं होनी चाहिए। प्रकाश मंडल पुत्र की शादी के लिए आरजू-विनती करते रहे। समुखियामोड़ के भी कई लोगों ने समझाया, लेकिन लड़की शादी नहीं करने की जिद पर अड़ी रही।
अंततः प्रकाश मंडल को वापस लौटना पड़ा। इस घटना के बाद दो गांव समुखियामोड़ एवं मंझगाय में यह चर्चा का विषय है। प्रकाश की शादी नहीं होने के कारण वह रोने लगा। निराश होकर लौट गया।