लंज, निजी संवाददाता
वर्तमान सरकार यू तो विकास व स्थास्थ्य के बड़े बड़े दावे कर रही है परंतु चंगर क्षेत्र अभी विकास के नाम से अछूता है ऐसा ही वाक्या आज चंगर क्षेत्र के लंज देखने को मिला है जहाँ सीएचसी की नोटिफिकेशन 2016 में पूर्व सरकार द्वारा की गई थी लेकिन नोटिफिकेशन के 8 साल बाद भी अस्पताल एक डिस्पेंसरी में चल रहा है ।
इसी को लेकर स्थानीय लोगों ने कई दफा सरकार व प्रशासन को अपनी मांगों को लेकर चेताया परन्तु अभी तक चंगर के लोग विकास व स्वास्थ्य सुविधाओं से अछूते है वहीं चंगर क्षेत्र के लंज की पंचायतों के साथ हो रही अनदेखी पर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूटने लगा है व डिस्पेंसरी के प्रांगण में शांत रूप से भजन कीर्तन के साथ सुबह 9 से 2 बजे तक धरना प्रदर्शन दिया गया।धरना प्रदर्शन चंगर संघर्ष समिति के प्रधान जनम सिंह गुलेरिया की अध्यक्षता में दिया गया।
*चंगर संघर्ष समिति के प्रधान जनम सिंह गुलेरिया के बोल*
वही जनम सिंह गुलेरिया ने कहा कि तीन बार पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार से गुहार लगा चुके है व चंगर के साथ हमेशा भेदभाव किया गया है जहां सभी दफ्तर एक जगह होने चाहिए थे वहीं उनको किसान के वीज की तरह से 11 किलोमीटर के एरिया में फेंका गया है जिसकी बजह से लोगों को एक काम करवाने के लिए तीन से चार दिन लग जाते है।
उन्होंने बताया कि पीएचसी से सीएचसी कर दिया लेकिन आज भी अस्पताल में सिर्फ दो डाक्टर एक फार्मीसिस्ट व एक क्लासफोर का कर्मचारी है वाकी पूरे पद खाली चल रहे है साथ ही अस्पताल की जमीन नाम नहीं करवाई जा सकी है व जो जमीन वाजार में अस्पताल के नाम पर है वहां पर लोग दिन प्रतिदिन कव्जे कर रहे है। इस वक्त अस्पताल में ना तो रात्री सेवा उपलव्ध है न ही कोई 108 की सुविधा है जवकि क्षेत्र से टांडा व धर्मशाला की दूरी 45 से 50 किलोमिटर की है व आपातकाल में लोग रास्ते में ही दम तोड़ देते है .
उन्होंने कहा कि वैसे तो लंज महाविद्यालय आठ साल पहले खुला था जिसके भवन का कार्य लगभग पूरा हो गया है लेकिन आज भी महाविद्यालय में न तो गणित का प्रोफेसर है न ही संगीत का प्रोफेसर है जवकि पिछले तीन सालों से राजनितिक शास्त्र का पद भी खाली चल रहा है जिसकी बजह से वच्चों की पढाई प्रभावित हो रही है।
क्षेत्र की लगभग चार दर्जन पंचायतों में 95 हजार से ज्यादा जनसंख्या है व 15 से ज्यादा जमा दो स्कूल है व आज भी वच्चों को सांइस की पढाई करने के लिए धर्मशाला का रूख करना पडता है इसलिए इसी सत्र से लंज महाविद्यालय में मैडिकल व नान मैडिकल की कक्षाएं चलाई जानी चाहिए।
लंज में एक 33 केवी का सव स्टेशन है व लंज के साथ लगती पंचायतों के लोगों को 15 से 20 किलोमिटर दूर सव डिविजन लपियाणा में जाकर विजली संवधित कार्य करवाने पडते है
लंज की तीनों पंचायत के लोगों ने सरकार व प्रशासन को दो टूक शव्दों में कहा है कि अगर सरकार एक दिवसीय धरने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होती तो 15 दिन बाद पूर्ण रूप से धरना प्रदर्शन किया जाएगा,जिसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।
*ये रहे मौजूद*
इस मौके पर ग्राम सुधार सभा के प्रधान सुखदेव मेहरा, ग्राम सुधार सभा डडोली के प्रधान व पूर्व सैनिक लीग लंज के प्रधान कैप्टन कपूर सिंह,युवा मंडल अपर के प्रधान गुगलू धीमान, व्यापार मंडल के प्रधान नसीव सिंह राणा,दशहरा व राम लीला कमेटी के प्रधान विनोद चौधरी,महिला मंडल प्रधान लंज सुलोचना देवी,महिला मंडल अपर लंज के सदस्य,महिला मंडल नाग मंदिर की प्रधान सोमा देवी, इस मौके पर लंज खास के पंचायत प्रधान आशा देवी,अपर लंज प्रधान रेखा देवी,डडोली की पूर्व प्रधान वलजीत कौर,वीडीसी सदस्य प्रीतम सिंह उप प्रधान लंज खास हंसराज विशेष रूप से उपस्थित रहे ।