व्यूरो, रिपोर्ट
भारत में अगस्त के मध्य तक खतरनाक कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने की संभावना है, जबकि मामले सितंबर में चरम पर पहुंच सकते हैं। ये आशंका सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में जाहिर की गई है। हालांकि भारत देश में दूसरी लहर अभी खत्म भी नहीं हुई है।
एसबीआई रिसर्च द्वारा प्रकाशित कोविड -19 दि रेस टू फिनिशिंग लाइन शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि टीकाकरण ही एकमात्र बचावकर्ता है, क्योंकि वैश्विक डाटा से पता चलता है कि औसतन, तीसरी लहर के मामले दूसरी लहर के समय चरम मामलों के लगभग 1.7 गुना हैं।
भारत में केवल 4.6 प्रतिशत आबादी को पूरी तरह से टीका लगाया गया है, जबकि 20.8 प्रतिशत को एक खुराक मिली है, जो बहुत कम है। रिपोर्ट के अनुसार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर सौम्य कांति घोष ने रिपोर्ट कर खुलासा करते हुए बताया कि ऐतिहासिक रुझानों के आधार पर, कम से कम एक महीने बाद चरम मामलों के साथ 21 अगस्त के दूसरे पखवाड़े तक मामले बढ़ना शुरू हो सकते हैं।
पहली लहर के बाद भी ऐसे ही बने थे हालात
रिपोर्ट के अनुसार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर सौम्य कांति घोष ने कहा कि पहली लहर में भी, मामलों में धीरे-धीरे गिरावट आई, दैनिक मामलों में किसी भी सार्थक गिरावट से पहले 21 दिन के लिए लगभग 45000 मामले सामने आए।