दिल्ली – नवीन चौहान
नई दिल्ली में आयोजित किए जा रहे विश्व पुस्तक मेले में जिला हमीरपुर के जाने-माने लेखक और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक राजेंद्र राजन की भी दो पुस्तकों ‘जश्ने बहारां’ और ‘सलीकों का शहर’ का लोकार्पण किया गया है।
राजेंद्र राजन के उपन्यास ‘जश्ने बहारां’ का प्रकाशन आद्विक प्रकाशन ने किया है। जबकि, उनके कहानी संग्रह ‘सलीकों का शहर’ का प्रकाशन आईसेक्ट ने किया है। दोनों पुस्तकों के लोकार्पण अवसर पर हरिसुमन बिष्ट, सुभाष नीरव, अशोक मिश्रा, भोपाल से हरि भटनागर, धर्मपाल साहिल और कई अन्य गणमान्य लेखक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर आयोजित परिचर्चा में हरिसुमन बिष्ट और हरि भटनागर ने कहा कि इन पुस्तकों की कहानियों में राजेंद्र राजन ने सामाजिक सरोकारों को केंद्र में रखा है। इन कहानियों के पात्र व्यवस्था से टकराते हैं। ये कहानियां हिमाचल के पहाड़ों में व्याप्त अंधविश्वासों पर चोट करती हैं और समाज को जागरुक करने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।
सुभाष नीरव ने कहा कि राजेंद्र राजन की कहानियां समाज के अंधेरे कोनों को उजागर करके इनमें उजाला करती हुईं नजर आती हैं। पुस्तक मेले के दौरान राजेंद्र राजन ने धर्मपाल साहिल के उपन्यास ‘रुकती नहीं है जिंदगी’ का लोकार्पण भी किया।