लंज, निजी संवाददाता
राजकीय महाविद्यालय लंज के पूराने भवन ने पहली वरसात में ही कालेज प्रशासन को दुविधा में डाल दिया क्योंकि पूराना कालेज का भवन में जगह जगह से वरसात का पानी टपकना शुरू हो गया है. कालेज में पढाई करने वाले छात्रों में परीक्षित पाठक , बर्षा पटियाल, नीतीश ढडवाल , निशांत कौंडल ,नेहा,संजय ठाकुर,शिवाली का कहना है कि आज की वरसात ही नहीं जव भी बारिष होती है तो उनको डर लगा रहता है कि कहीं पूराना भवन उनको नुकसान न पंहुचा दे.
छात्रों का कहना है कि लंज कालेज 6 साल पहले वना था लेकिन वच्चों की वदकिस्मती है कि अभी तक नएं भवन में कक्षाएं नहीं चल पाई है. जवकि लंज कालेज के साथ नगरोटा सूरियां व तकिपुर कालेज का काम लगा था. जहां पर कक्षाएं भी शुरू हो चुकी है, व लंज महाविद्यालय पूराने भवन में ही चल रहा है.
ग्यात रहे कि जव लंज महाविद्यालय शुरू किया गया था तो उसको जव तक नयां भवन नहीं वनता है तव तक प्राईमरी स्कूल में चलाने का निर्णय लिया गया था लेकिन 6 सालों में भवन नहीं वन पया है. छात्रों का कहना है कि एक साथ वीए व B.COM की 6 कक्षाएं चलती है लेकिन कालेज के पास मात्र चार कमरे है व उनकी हालत भी ठीक नहीं है जरा सी वारिष होने पर भवन जगह जगह से टपकना शुरू हो जाता है .
छात्रों ने सरकार से मांग की है कि नयां सत्र जव भी चलता है तो वचे हुए भवन के काम को करवा कर नएं भवन में नयां सत्र चलाया जाए अन्यथा यहां पर वडा हादसा हो सकता है. वहीं महाविद्यालय के एनएसयूआई छात्र संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष प्रशिक्षित पाठक व एनएसयूआई लंज इकाई के प्रभाती गोरव शर्मा ने सरकार से मांग की है कि जैसे विना शुभारंभ के अन्य कालेजों में कक्षाएं चलाई जा रही है वैसे ही लंज महाविद्यालय की भी नएं सत्र की कक्षाएं नएं भवन में चलाई जाएं ताकि छात्र अपने आपको सुरक्षित महसुस कर सकें. अन्यथा छात्र संगठन वडे स्तर पर घरना प्रदर्शन करेगा.