उपायुक्त ने सीएम के प्रस्तावित दौरे को लेकर जांची व्यवस्थाएं
ऊना, 10 जुलाई – अमित शर्मा
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू वीरवार को गगरेट विधानसभा क्षेत्र के भंजाल में 5 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना का शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा वे मत्स्य पालन विभाग के अत्याधुनिक प्रशिक्षण केंद्र दियोली की आधारशिला भी रखेंगे।
उपायुक्त जतिन लाल ने मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे के मद्देनजर बुधवार को भंजाल का दौरा कर वहां व्यवस्थाओं को जांचा और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सायं 3.30 बजे के करीब भंजाल पहुंचेंगे। विकास परियोजनाओ के नींव पत्थर रखने के उपरांत उनका 5 बजे शिमला के लिए प्रस्थान का कार्यक्रम है।
बता दें, इससे पहले मुख्यमंत्री ने कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के अघलौर में 10 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना का शिलान्यास भी किया है। इसके अलावा उन्होंने हाल ही में पेखूबेला में हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की 32 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का लोकार्पण किया है।
पेखूबेला के बाद अब भंजाल और अघलौर सौर ऊर्जा परियोजनाओं के पूर्ण होने पर जहां ऊना जिला बिजली उत्पादन के क्षेत्र में और आगे बढ़ेगा वहीं हरित राज्य बनाने की दिशा में भी यह दोनों परियोजनाएं मील का पत्थर साबित होंगी।
सिविल अस्पताल गगरेट और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मरवाड़ी का किया औचक निरीक्षण
उपायुक्त जतिन लाल ने बुधवार को सिविल अस्पताल गगरेट का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के मातृ-शिशु वार्ड में माताओं व बच्चों के लिए उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया तथा अस्पताल प्रबंधन को देखभाल सेवाओं को और बेहतर बनाने को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
इस दौरान उपायुक्त अस्पताल में दाखिल मरीजों से मिले तथा उनसे हिमकेयर और आयुष्मान योजनाओं के तहत मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी हासिल की। इसके अतिरिक्त उन्होंने सिविल अस्पताल गगरेट के निर्माणाधीन भवन के कार्य की प्रगति का जायजा लिया तथा संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इससे पहले उपायुक्त ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मरवाड़ी का निरीक्षण भी किया। उन्होंने निजी भवन में चल रही पीएचसी मरवाड़ी के लिए अलग भवन का निर्माण करने के लिए संबंधित तहसीलदार को उपयुक्त भूमि तलाशने के निर्देश दिए ताकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मिलने वाली सुवाधिओं को और अधिक बेहतर किया जा सके। इस दौरान उपमंडल स्तर के प्रशासनिक तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनके साथ रहे।