मुख्यमंत्री के साथ उनके जिला से एक भी विधायक नहीं, तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दें सुखविंदर सुक्खू

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मंडी – अजय सूर्या

पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के 6 बागी विधायकों के खिलाफ दर्ज करवाई गई एफआईआर को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।

शिवरात्रि महोत्सव में प्रमुख देवताओं के दर्शन के बाद मंडी में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जिन 6 विधायकों ने भाजपा को राज्यसभा में समर्थन दिया है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके उन्हें प्रताडि़त करने का प्रयास किया जा रहा है। उनके परिवारों को भी सरकार परेशान करने पर तुली हुई है। सरकार आज बहुमत खो चुकी है और उसी बौखलाहट में इस प्रकार के निर्णय भी ले रही है और विधायकों व उनके परिवारों को प्रताडि़त करने का प्रयास कर रही है।

आज बागी विधायकों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं, लेकिन सरकार खुद अपने विधायकों के जेड प्लस सिक्योरिटी दी जा रही है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसा करना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार अपना बहुमत खो चुकी है और इसलिए इस प्रकार का कृत्य किया जा रहा है। यदि बहुमत है, तो उसे साबित करे।

उन्होंने कहा कि सरकार तुरंत प्रभाव से इन एफआईआर को वापिस ले नहीं तो फिर सरकार को भविष्य में इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राज्यसभा सीट हारने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू बौखलाहट में हैं। लगता है हाईकमान से कड़ी फटकार लगी है। हम शुरू से कह रहे हैं कांग्रेस सरकार और संगठन में कोई तालमेल नहीं है।

आज कांग्रेस के अंदर यह असंतोष इनकी अपनी वजह से फैला है। हास्यास्पद है कि मुख्यमंत्री के अपने जिला के एक भी विधायक आज उनके साथ नहीं है। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किस कद्र हालत आज कांग्रेस के अंदर हैं और दोषारोपण मुख्यमंत्री भाजपा पर कर रहे हैं।

अपनी कुर्सी खतरे में देख मुख्यमंत्री बदले की भावना से काम कर रहे हैं। उन्हें नैतिकता के आधार पर स्वयं इस्तीफा दे देना चाहिए। टारना माता मंदिर में देव कमरूनाग के दर्शन करने के बाद उन्होंने कहा कि मंडी शिवरात्रि के मंच का जिस प्रकार मुख्यमंत्री ने अपनी राजनीतिक भड़ास निकालने के लिए प्रयोग किया, वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उनकी अमर्यादित भाषा ही उनकी हताशा को दर्शा रही है।

आज मंडी का देव समाज आहत हुआ है कि इतने बड़े देव महाकुंभ में संवैधानिक पद पर बैठे मुख्यमंत्री का आचरण सही नहीं था। देव संस्कृति संरक्षण और संवर्धन का संदेश देने के बजाय मुख्यमंत्री ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध का मंच बना दिया। उन्होंने इस दौरान देवलुओं से भी बातचीत की और प्रशासन को उचित व्यवस्था बनाए रखने को कहा। देव कमेटी ने उनका स्वागत किया और देवता की लोई भैंट की। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री सीधे दिल्ली रवाना हो गए।

ये रहे उपस्थित

इस मौके पर उनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, बल्ह मंडल भाजपा अध्यक्ष राजेंद्र राणा, कार्यालय सचिव रोहित भभोरिया, भरत कपूर सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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