सुरेश भारद्वाज के सारथी बने सुखराम और राजीव सेहजल समन्वयक बिंदल
व्यूरो, रिपोर्ट
एक लोक सभा तथा 2 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए भाजपा ने जीत को लेकर जिम्मेदारियां सुनिश्चित कर दी हैं भाजपा के मुख्य प्रवक्ता ने इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि मंडी लोकसभा क्षेत्र उपचुनाव के लिए जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को प्रभारी नियुक्त किया गया है, जबकि गोविंद सिंह ठाकुर को उनके साथ 6 प्रभारी राकेश जमवाल को समन्वयक का जिम्मा सौंपा गया है।
जुब्बल कोटखाई जहां से नरेंद्र सिंह बरागटा विधायक थे उनके देहांत के बाद इस सीट पर उपचुनाव होगा, यहां पर अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा ने मंत्री सुरेश भारद्वाज को प्रभारी तथा सह प्रभारी के रूप में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सेहजल को जिम्मा सौंपा गया है जबकि पार्टी की और से संबंध में की जिम्मेवारी डॉक्टर बिंदल को दी गई है।
यहां यह भी जानकारी दे दें कि बिंदल को राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य स्वयंसेवक कार्यक्रम का राष्ट्रीय संयोजक के रूप में नियुक्ति दी गई है,फतेहपुर उपचुनाव उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर को सौंपी गई है जबकि इनके साथ सह प्रभारी मंत्री राकेश पठानिया तथा समन्वयक का जिम्मा पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती को सौंपा गया है भाजपा मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने यह भी जानकारी दी कि भाजपा सभी संगठनात्मक जिलों में कार्यालयों का निर्माण कर रही है।
जहां कार्यालयों के निर्माण का कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है वहां भी जल्द शुरू किया जाएगा, रणधीर शर्मा ने यह भी बताया कि प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक 30 जून को होगी इसके बाद जिला कार्यसमिति की बैठक 1 से 15 जुलाई तक होगी।
उन्होंने बताया कि इसके बाद मंडल कार्यसमिति की बैठक 16 से 31 जुलाई तक तथा भाजपा के वर्चुअल प्रशिक्षण शिविरों का शुभारंभ 20 जून से होगा जो कि 6 सप्ताह तक चलेगा।
बता दें कि ठाकुर महेंद्र सिंह को भाजपा में फील्ड मार्शल भी माना जाता है जिला सिरमौर के पच्छाद उपचुनाव की मुख्य जिम्मेदारी भी जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को दी गई थी जबकि स्वर्गीय नरेंद्र सिंह बरागटा ने भी इस उपचुनाव में बड़ी जिम्मेवारी निभाई थी, ठाकुर महेंद्र सिंह को जोड़-तोड़ की राजनीति का विशेषज्ञ भी माना जाता है।
बरहाल, अब यह देखना होगा कि कांग्रेस की ओर से किस प्रकार की जिम्मेदारियां और रणनीतियां तैयार की जा रही हैं,यह तो उपचुनाव की ही बात है कुछ ही समय अब शेष बचा है जब प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव भी होंगे।
राजनीतिक संकेत की बात की जाए तो जिस प्रकार पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय राज्य मंत्री की बड़ी सक्रियता प्रदेश की राजधानी में नजर आई है उसको लेकर पुरानी भाजपा फिर से जोश पकड़ रही है।
संभवत राष्ट्रीय नेतृत्व को मौजूदा सरकार की स्थिति पर मिशन रिपीट की संभावनाएं कम नजर आ रही हो।
ऐसे में उपचुनाव के बाद बड़े राजनीतिक परिवर्तन के भी संकेत मिल रहे हैं, भाजपा में प्रदेश की राजनीति पर जो कुछ नए चेहरे हाल ही के कुछ दिनों में विशेष रुप से नजर आए हैं। उन चेहरों का राजनीतिक भविष्य प्रदेश के केंद्रीय राज्य मंत्री के साथ जुड़ता हुआ भी नजर आ रहा है।
कहा जा सकता है आने वाले समय में मंडी का दामाद और पारले हिमाचल का पुत्र बड़े केंद्रीय आशीर्वाद के साथ मिशन रिपीट की उम्मीद की गारंटी को सुनिश्चित करेगा।