मटौर पुल पर रेलिंग न होने से कभी भी हो सकता है कोई बड़ा हादसा, प्रशासन खामोश

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जब भी कहीं पर हादसा होता है तो उसके बाद प्रशासन व सरकारें हादसे होने के कारणों को खोजने लगते हैं। लेकिन जब पहले से ही कमियां दिख रही हों और उन्हें दूर न किया जाए तो यह सीधे सीधे तौर पर आपदा को निमंत्रण ही है।

काँगड़ा, राजीव जस्वाल

जब भी कभी कहीं पर हादसा होता है तो उसके बाद प्रशासन व सरकारें हादसे होने के कारणों को खोजने लगते हैं। जब पहले से ही कमियां दिख रही हों और उन्हें दूर न किया जाए तो यह सीधे तौर पर आपदा को निमंत्रण ही है। यहां बात हो रही है पठानकोट-मंडी व मटौर-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग की।

मटौर पुल पर 28 जून की सुबह को मंडी की तरफ से जम्मू जा रही टमाटरों से लदी पिकअप गिरने से पुल की रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई थी। यह रेलिंग न होना किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। लेकिन न तो इस तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और न ही जिला प्रशासन ने कोई संज्ञान लिया है।

अभी कुछ दिन पहले ही इस पुल से सब्जी लेकर जा रही जीप नीचे खड्ड में जा गिरी थी। लेकिन उस दौरान खड्ड में पानी कम था। जबकि आज कल खड्ड पूरे उफान पर है और कोई भी बड़ा हादसा यहां पर रेलिंग टूटी हुई होने के कारण हो सकता है।

अधिकारियों ने सप्ताह भर में इस पुल पर रेलिंग लगाने के दावे किए, लेकिन अपने दावों पर प्रशासन अभी तक खरा नहीं उतरा है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन व विभाग हादसे का इंतजार कर रहा है।

हो रहे भूस्खलन को लेकर सतर्क नहीं एनएचआइ

राष्ट्रीय राजमार्ग मटौर-शिमला में हो रहे भूस्खलन को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सतर्क नहीं है। यही वह है कि रानीताल के पास हो रहे भूस्खलन का कोई संज्ञान नहीं लिया। यहां सड़क के किनारे बड़ी-बड़ी चट्टाने पड़ी हैं, इन चट्टानों को हटाया नहीं गया है।

यही वजह भी रही कि अपने परिवार के साथ खुशी खुशी घर लौट रहे परिवार के मुखिया की मौत हो गई और उसके बाद गंभीर रूप से घायल उसकी माता का भी देहांत हो गया। घर के दो अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। लेकिन अभी तक चट्टानों को सड़क से हटाया नहीं गया है।

सप्ताह भर पहले एसडीएम ने दिए थे निर्देश

सप्ताह भर पहले कांगड़ा के एसडीएम अभिषेक वर्मा ने कहा था कि प्रशासन की तरफ से सड़क संबधित हाईवे ऑथारिटी को पुल की रेलिंग ठीक करने के निर्देश जारी कर दिये हैै। लेकिन एसडीएम कांगड़ा के आदेशों का कोई भी अमल नहीं दिखा।

जल्द रेलिंग ठीक करने का दावा किया था भारतीय राष्ट्रीय प्राधिकरण के निदेशक ने

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, पालमपुर के परियोजना निदेशक कर्नल अनिल सेन ने भी सप्ताह भर पहले ही दावा किया था कि तुरंत रेलिंग की मरम्मत की जाएगी। लेकिन मटौर पुल की टूटी हुई रेलिंग अभी तक ठीक नहीं हो सकी है।

बोले, उपायुक्त डा. निपुण जिंदल

उपायुक्त डा. निपुण जिंदल ने कहा कि मटौर पुल पर रेलिंग व राष्ट्रीय राजमार्ग पर चट्टाने हटाने के लिए आज ही एनएचआइ के अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे। रानीताल का हादसा दुखदायी है। ब्लैक स्पॉट पर काम करने के लिए पहले ही अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जल्द इस दिशा में कदम उठाएंगे।

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