मंडी, 14 जनवरी – डॉली चौहान
छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी शहर में मकर संक्रांति पर पहली बार छोटी काशी महोत्सव का आयोजन किया गया।
इस महोत्सव के माध्यम से मंडी की प्राचीन झलक को दिखाने का पूरा प्रयास किया गया।
ऐतिहासिक सेरी मंच पर मंडी जिला के पारंपरिक परिधानों, आभूषणों, खान-पान, मंडी कलम और टांकरी लिपि को लेकर प्रदर्शनियां आयोजित की गई, जिनके माध्यम से लोगों ने प्राचीनता के बारे में जानकारियां हासिल की।
वहीं, महोत्सव में पहाड़ी नाटी, फैशन शो और सोलह संस्कारों के बारे में संपूर्ण जानकारी भी लोगों तक पहुंचाई। महोत्सव का समापन हैरिटेज वॉक के साथ किया गया।
यह वॉक सेरी मंच से शुरू हुई और प्राचीन मंदिरों से होते हुए पंचवक्त्र मंदिर के पास जाकर संपन्न हुई।
एसडीएम रितिका जिंदल ने बताया कि छोटी काशी महोत्सव को आयोजित करने का यही उद्देश्य था कि भावी पीढ़ी को अपनी प्राचीन संस्कृति से रूबरू करवाया जा सके।
उन्होंने मंडी वासियों से भविष्य में इस महोत्सव को ऐसे ही उत्साह और हर्षोल्लास के साथ आयोजित करने की अपील की।
वहीं, लोग स्थानीय प्रशासन द्वारा की गई इस नई पहल से काफी ज्यादा खुश नजर आए। लोगों का कहना था कि प्राचीन संस्कृति को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे पहुंचाने में इस प्रकार के आयोजन काफी मददगार साबित होते है।
इसलिए ऐसी परंपराओं को लगातार जारी रखना चाहिए। महोत्सव के दौरान पारंपरिक व्यंजनों को लेकर लगाए गए स्टॉल्स पर लोगों की काफी भीड़ देखने को मिली और लोगों ने इन व्यजनों के स्वाद भी चखे।