हिमखबर डेस्क
जिला मंडी में बीती रात से हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर के कई हिस्सों में अचानक आई बाढ़ ने इस कदर कहर बरपाया कि लाेगाें काे जान बचाना भी चुनौती बन गया। मंडी शहर के व्यस्त इलाके जेल रोड में बारिश का कहर सबसे ज्यादा देखा गया, जहां अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने मंगलवार सुबह प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राहत कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने घटनास्थल पर मौजूद लोगों से बातचीत की और उनका दर्द सांझा किया। जयराम ठाकुर के साथ मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा और डीसी मंडी भी मौजूद रहे।
मीडिया से बातचीत करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि पिछली रात से मंडी में मूसलाधार बारिश हो रही है। अब तक हमें तीन शव मिलने की जानकारी मिली है और एक व्यक्ति लापता है। यह इलाका पहले कभी ऐसी तबाही का गवाह नहीं बना। यह वाकई चिंता का विषय है।
एनडीआरएफ की टीमें मौके पर डटी हैं और लगातार राहत कार्य चला रही हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों से सावधानी बरतने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की। साथ ही सरकार से आग्रह किया कि प्रभावित परिवारों को तुरंत राहत और सहायता प्रदान की जाए।
उपायुक्त मंडी के बोल
जिला उपायुक्त अपूर्व देवगन ने जानकारी दी कि फ्लैश फ्लड की चपेट में आए 3 लाेगाें के शवों को बरामद कर लिया गया है। मृतकाें की पहचान बलवीर सिंह पुत्र किशन सिंह, सपना पत्नी दर्शन सिंह और अमनदीप सिंह पुत्र दर्शन सिंह के रूप में की गई है जबकि दर्शन सिंह पुत्र किशन सिंह घायल है।
उपायुक्त ने बताया कि मृतकाें के परिजनों को हरसंभव सहायता मुहैया करवाई जा रही है। जेल रोड, अस्पताल रोड, सैण मोहल्ला और आसपास के कई रिहायशी इलाके इस अचानक आई बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। बारिश का सबसे ज्यादा असर मंडी शहर के बीचोंबीच स्थित जेल रोड, अस्पताल रोड, सैण मोहल्ला और आस-पास के रिहायशी इलाकों में देखने को मिला।
स्कोडी नाले के किनारे बने कई घरों में मलबा घुस गया है, जिससे इन मकानों को भारी नुक्सान पहुंचा है। कई घरों को अब असुरक्षित घोषित किया गया है। प्रशासनिक टीमों ने समय रहते स्थिति को संभालने की कोशिश की। असुरक्षित घरों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
कई परिवार अपने रिश्तेदारों के घरों में शरण ले चुके हैं, जबकि अन्य के लिए अस्थायी राहत शिविर बनाए गए हैं। प्रभावित परिवारों के लिए मंडी शहर के विपाशा सदन में अस्थायी राहत शिविर की स्थापना की गई है। यहां जरूरतमंद लोगों को भोजन, दवाइयां और रहने की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। प्रशासन ने अपील की है कि जिनके घर खतरे की जद में हैं, वे राहत शिविरों में आकर अस्थायी रूप से शरण लें।