व्यूरो रिपोर्ट
भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 में हुए युद्ध के असली हीरो भैरों सिंह शेखावत का सोमवार को निधन हो गया। भेरूसिंह 81 साल के थे, जो कि 14 दिसंबर से जोधपुर के एम्स अस्पताल में एडमिट थे।
जांबाज भैरोंसिंह जोधपुर जिले के शेरगढ़ तहसील के सोलंकियातला गांव के रहने वाले थे। कुछ दिन पहले भैरो सिंह को ब्रेन स्ट्रोक की वजह से श्वास नहीं ले पा रहे थे। इसके बाद उनके शरीर में कोई मूवमेंट नहीं हो रहा था. जिसके चलते उन्हें एम्स के आईसीयू में एडमिट किया गया था।
दोपहर में इलाज के दौरान उनका देहांत हो गया। भारत पाकिस्तान के युद्द को लेकर बॉलीवुड की एक फिल्म ‘बॉर्डर’ भी बनी है। बॉर्डर फिल्म में अभिनेता सुनील शेट्टी ने भैरो सिंह शेखावत का किरदार निभाया था।
टैंकर रेजिमेंट को किया गया ध्वस्त
बता दें कि भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान जांबाज भैरों सिंह को रेगिस्तान के लोंगेवाला चौकी पर तैनात किया गया था। जो बीएसएफ की एक छोटी टुकड़ी की कमान संभाल रहे थे। इसके साथ सेना के 23 पंजाब रेजीमेंट की एक कंपनी थी।
इन्ह टुकड़ियों ने 5 दिसंबर 1971 को इसी जगह पाकिस्तान ब्रिगेड और टैंक रेजीमेंट को ध्वस्त कर दिया था। पंजाब रेजीमेंट के 23 जवानों में से एक जवान शहीद हो गए। इतने में लांस नायक भैरोसिंह ने अपनी लाइट मशीनगन उठा कर आगे बढ़ते हुए दुश्मनों पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
पाकिस्तानी सेना के मंसूबों पर पानी फेरते हुए उनकी कमर तक तोड़ दी थी। भैरोसिंह के बारे में कहा जाता है कि वो करो या मरो के दृढ़ संकल्पित थे। लोंगेवाला चौकी पर तैनात जवानों और भैरोसिंह के साहस से उस दिन पाकिस्तानी सेना पर जीत हासिल हुई।
मोदी-शाह ने जताया शोक
भैरो सिंह के निधन पर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने शोक जताया है। पीएम मोदी ने सोमवार को ट्विटर पर एक शोक संदेश में कहा,“ नायक (सेवानिवृत्त) भैरों सिंह जी को राष्ट्र के प्रति उनकी सेवाओं के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने देश के इतिहास के महत्वपूर्ण अवसर पर अदम्य साहस का प्रदर्शन किया। मैं उनके निधन से बहुत दुखी हूं। दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। ओम शांति।”
वहीं, अमित शाह ने ट्वीट किया, “1971 के युद्ध के नायक भैरों सिंह राठौड़ जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। लोंगेवाला पोस्ट पर सेना के साथ बीएसएफ की एक छोटी सी टुकड़ी का नेतृत्व करते हुए उन्होंने अपने पराक्रम से दुश्मन को परास्त कर भारत माता का मस्तक ऊँचा किया। उनकी वीरता पर हर भारतीय को हमेशा गर्व रहेगा।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “पिछले वर्ष अपने जैसलमेर के प्रवास पर भैरों सिंह राठौड़ जी से भेंट हुई थी, मातृभूमि के लिए प्रेम और देशभक्ति की जो ज्वाला उनके दिल में थी वो सचमुच अद्वितीय थी। उनकी शौर्यगाथा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। ईश्वर उनके परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें।