व्यूरो
मुंबई में एक मॉल में स्थित कोविड अस्पताल में आग लगने से दस मरीजों की मौत हो गई है। वहीं 70 अन्य मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हालांकि 12 घंटे बाद भी अभी तक आग पर काबू नहीं पाया गया है और रेस्क्यू जारी है। दरअसल आग मॉल के दूसरे हिस्से तक भी पहुंच गई है जिसपर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि भांडुप इलाके में स्थित ड्रीम्स मॉल इमारत में सनराइज अस्पताल में आधी रात के कुछ देर बाद आग लग गई। अस्पताल ने बताया कि कोविड-19 के कारण 9 मरीजों की मौत हुई है।
अधिकारी ने बताया कि यह अस्पताल चार मंजिला मॉल की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्थित है और जब आग लगी तो उस समय 76 से ज्यादा मरीज मौजूद थे जिनमें से ज्यादातर कोविड-19 का इलाज करा रहे थे। मुंबई में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच यह घटना हुई है।
BMC नियंत्रण कक्ष के सूत्रों ने बताया कि आग लगने की वजह का अभी पता नहीं चला है। अधिकारी ने बताया कि दमकल की 20 गाड़ियां, पानी के 15 टैंकर और एम्बुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया। आग पर काबू पाने की कोशिश चल रही है। उन्होंने बताया कि दमकल कर्मियों ने 70 मरीजों को बाहर निकाल लिया और उन्हें एक अन्य अस्पताल में भेजा गया है।
दमकलकर्मी इसकी जांच कर रहे हैं कि कहीं कोई मरीज अब भी अस्पताल में तो फंसा नहीं है। मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर घटनास्थल पर पहुंचीं और उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि मॉल के अंदर अस्पताल है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहली बार किसी मॉल के अंदर अस्पताल देखा है।” उन्होंने कहा कि अगर यहां अस्पताल चलाने में किसी तरह की अनियमितता पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।
अस्पताल ने एक बयान में कहा, ‘‘ड्रीम्स मॉल, भांडुप की पहली मंजिल पर आग लगी और धुआं सबसे ऊपरी मंजिल पर बने सनराइज अस्पताल तक पहुंच गया। जब आग लगने का अलार्म बजा तो सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया क्योंकि धुआं अस्पताल तक पहुंच रहा था।
यह अस्पताल दमकल विभाग से मिले लाइसेंस, नर्सिंग होम लाइसेंस समेत सभी अन्य नियमों का पालन करते हुए चल रहा है। नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि BMC ने अग्नि सुरक्षा नियमों का कथित उल्लंघन करने को लेकर पिछले साल नवंबर में मॉल को नोटिस भेजा था।