बूढ़ी दिवाली के रंग में रंगा “गिरिपार”, ढोल नगाड़ो की थाप पर पारम्परिक नृत्य

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सिरमौर – नरेश कुमार राधे 

सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र के टिटियाना गांव में बूढी दिवाली बड़े ही धूमधाम से मनाई गई। दीपावली के एक महीने बाद आने वाली “बूढ़ी दिवाली” के दिन अमावस्या की रात लोग मध्यरात्रि में मशालें जलाकर गीत-गायन व ढोल की थाप पर नृत्य करते है।

गिरिपार में यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। छोटी अमावस, बड़ी अमावस, भिउरी, जनदुई और इन दिनों में अलग-अलग तरीके से इस पर्व को मनाते है।

इस दौरान क्षेत्र में मेहमान नबाजी का दौर होता है, साथ ही विभिन्न प्रकार के पकवान भी बनाए जाते हैं। यह पर्व सदियों पुरानी लोक संस्कृति को संजोए हुए है, जिसमें एक सप्ताह भर चलने वाले इस दीपावली पर्व पर अनेक प्रकार के व्यंजनों से मेहमानों की खातिरदारी होती है।

इस दौरान तेलपक्की, गुलगुले, गेंहू का मुड़ा, शाकुली, अखरोट, खिल, चियूड, सीडो, आदि पारम्परिक व्यंजन बनाए जाते है।

सिरमौर में ब्राह्मणों के सबसे बड़े गांव टिटियाना में नवयुवक मंडल द्वारा इस त्यौहार के मौके पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया।

सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि के तौर पर योगेश ठाकुर, (सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्पोर्ट्स इंडस्ट्रीज नाहन) ने कार्यक्रम की शिरकत की। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में माया राम शर्मा बीआरसीसी मौजूद रहे।

बूढ़ी दिवाली पर्व की शुरुआत बड़े ही हर्षोल्लास एवं पारंपरिक तरीके से की गई। गांव में 3 दिन तक पारंपरिक वेशभूषा “गुवाहाटी लोक नृत्य” के साथ पर्व का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। बूढ़ी दिवाली का कार्यक्रम शाठी पाशी का चौतरे महासू देवता के प्रांगण में आयोजित किया जाता है।

गौरतलब है कि सभी लोग प्रांगण में एकत्रित होकर सबसे पहले हरिजन भाई बूढ़ा नृत्य, भयूरी गायन आदि गानों में नाचते हैं। इसके बाद गांव की महिलाएं और पुरुष तथा नौजवान मिलकर हारुल और सुर्खी गीत पर शाम तक नाचते हैं।

बाद में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम पर भजन और रामायण पाठ का भी आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य लोकप्रिय गायक स्थानीय कलाकार रतिराम शर्मा, बबलू भारद्वाज, अनिल शर्मा, सुमन शर्मा ने शानदार प्रस्तुति देकर हर किसी का मन जीत लिया।

नवयुवक मंडल टिटियाना द्वारा लोक सांस्कृतिक लोक गायन को सुरक्षित करने के लिए प्रभावी कदम तथा स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष कदम उठाए जाते है।

मुख्य अतिथि ने सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं महासू महाराज के लिए 15000 रुपए की राशि दान की। बूढ़ी दीपावली का त्योहार गिरिपार और उत्तराखंड के जौनसार में मनाया जाता हैं।

ये रहे मौजूद 

कार्यक्रम के इस अवसर पर भूतपूर्व प्रधान रमेश चंद शर्मा, रघुवीर चंद शर्मा, प्रज्ञा सेवा समिति के अध्यक्ष दीपचंद शर्मा, नवयुवक मंडल के अध्यक्ष पूर्ण चंद शर्मा, मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, ज्ञान चंद शास्त्री, गुमान सिंह शर्मा, देवेंद्र शास्त्री, राकेश शास्त्री, सुनील रमौल, बलबीर रमौल, विवेक शर्मा, मामचंद शास्त्री, पृथ्वी शर्मा एवं कमल शास्त्री आदि लोग विशेष रूप से उपस्थित रहे।

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