बिलासपुर, सुभाष चंदेल
जिला बिलासपुर के कुछ प्रगतिशील किसानों के द्धारा की जा रही प्राकृतिक खेती के कार्यों को देखने के लिए कृषि सचिव डाक्टर अजय शर्मा के द्धारा निरीक्षण किया गया है ।कृषि सचिव शिमला से पालमपुर जा रहे थे तो इस दौरान उन्होंने घुमारवी उपमड़ल के साथ लगती पंचायत मोरसिघीं के गांव कसोहल के किसान भाइयों बचित्र सिंह चौहान व किंकर सिंह चौहान के द्धारा की जा रही जीरो बजट प्राकृतिक खेती (आतमा ) का निरीक्षण किया गया है ।
इस किसान के द्धारा सरकार के द्धारा चलाई जा रही योजना सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती जो कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आतमा )के सौजन्य के द्धारा प्राकृतिक खेती कर रहा है।
प्रगतिशील किसान बचित्र सिंह के द्धारा पिछले लगभग तीन सालों से ज्यादा समय से ही सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं और अपने 12 बीघे जमीन पर अनेकों प्रकार की नगदी फसलों को तैयार कर रहे हैं तथा देशी नस्ल की गाय साहीवाल को पालने के साथ अपनी आर्थिकी को मजबूत कर रहे हैं ।
प्रगतिशील किसान भाईयों के द्धारा जो नगदी फसल तैयार की जाती हैं उसकी गुणवत्ता और पैदावार दूसरी फसलों की अपेक्षाकृत बहुत अधिक होती हैं तथा जो भी फसल तैयार होती हैं उसके खरीददार पहले से ही मौजूद होते है और घर से ही खरीद कर ले जाते हैं जो बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहे हैं ।किसानों के द्धारा देशी गाय के दूध की सभी अधिकारियों को लस्सी भी परोसी गई है जिसे आए हुए अधिकारियों ने बहुत सराहना की है ।
कृषि सचिव डाक्टर अजय शर्मा ने कहा कि इन दोनों भाईयों किसानों के द्धारा जो प्राकृतिक तरीक़े से खेती की जा रही हैं वह बहुत ही सराहनीय है जिसे हर लोगों को अपनाना चाहिए ।प्राकृतिक खेती की फसल दूसरों तरीकों के द्धारा तैयार की गई फसल से गुणवत्ता व पैदावार मे ज्यादा होती हैं जिससे किसानों की आर्थिकी भी सुदृढ़ होती हैं ।