पठानकोट-जोगिंद्रनगर ट्रैक पर अगले माह से रेलगाड़ियों की बहाली की उम्मीद

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हिमखबर डेस्क

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के चक्की खड्ड रेलवे पुल के जीर्णोद्धार के बाद पठानकोट-जोगिंद्रनगर नैरो गेज रेलमार्ग पर नवंबर में सभी रेलगाड़ियों की बहाली की उम्मीद बढ़ गई है। रेलवे अधिकारियों ने नवनिर्मित चक्की रेलवे पुल के नवंबर के प्रथम सप्ताह तक जीर्णोद्धार का आश्वासन दिया है।

जुलाई 2022 में आई भारी बाढ़ के कारण चक्की पुल बह गया था। इससे इस मार्ग पर रेलगाड़ियों की आवाजाही प्रभावित हो गई है। अब रेलवे ने अक्तूबर के अंत तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा है। स्पैन स्थापना का काम अंतिम चरण में है।

नवंबर में पुल पर ट्रेनों के ट्रायल शुरू कर दिए जाएंगे। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द 164 किमी लंबे इस ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। जुलाई 2022 के बाद इस रेलमार्ग पर दो रेलगाड़ियां नूरपुर रोड से बैजनाथ तक आवाजाही कर रही थीं, वह भी बंद पड़ी हैं।

अब तीन साल से भी अधिक समय बाद कांगड़ा जिले के लोगों को अगले माह से पठानकोट से जोगिंद्रनगर तक सभी सात रेलगाड़ियों की छुक-छुक सुनाई देगी। इससे जहां कांगड़ा घाटी के लोगों को आवाजाही में भारी राहत मिलेगी, वहीं दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटकों की भी आमद बढ़ेगी। जुलाई से दिल्ली में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा से मुलाकात की।

दीपक भारद्वाज, सदस्य रेलवे सलाहकार समिति के बोल

बैठक में हिमाचल प्रदेश से संबंधित विभिन्न रेल परियोजनाओं की समीक्षा पर चर्चा हुई। महाप्रबंधक को लिखित रूप में परेशानी से अवगत करवाया गया। नूरपुर-कांगड़ा रेलवे लाइन और पठानकोट चक्की पुल को शीघ्र दोबारा शुरू करने पर गंभीर चर्चा हुई।

महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने आश्वासन दिया कि लंबित रेलवे कार्यों को नवंबर 2025 तक गति प्रदान की जाएगी और आवश्यक संसाधन प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराए जाएंगे। नवंबर में पठानकोट से जोगिंद्रनगर तक सभी रेलगाड़ियां बहाल कर दी जाएंगी।

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