कांगड़ा, राजीव जसवाल
नेशनल हाईवे अथॉरिटी की अनदेखी चलते आज कांगड़ा निजी बस ऑपरेटर वेलफेयर सोसाइटी को खुद सड़क के गड्ढों को भरने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
बता दें कि मटौर-शिमला नेशनल हाईवे पर कांगड़ा से रानीताल तक गड्ढों की भरमार है, यह गड्ढे हर दिन दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।
इसके बावजूद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने गड्ढों को भरकर लोगों को राहत देने को कदम नहीं उठाएं हैं, सोसाइटी के पदाधिकारियों और सदस्यों ने मटौर-शिमला नेशनल हाईवे पर बाथु पुल से लेकर कांगड़ा तक गड्ढों को मिट्टी से भरने की फैसला लिया।
सोसाइटी के पदाधिकारी व सदस्य जहां गड्ढा दिखा, बेलचा और गैंती से मिट्टी डालककर भरते गए।
वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारियों में कोषाध्यक्ष दुर्गा दास, मीडिया प्रभारी विनय सिंह बेदी, सोसाइटी के अड्डा प्रभारी ठाकर टिंकू, अजय परिहार और संदीप वालिया ने बताया कि यह क्रम आगे भी जारी रहेगा।
उन्होंने बताया कि नेशनल हाई-वे की खस्ताहाल को लेकर कई बार नेशनल हाईवे अथॉरिटी को चेताया गया, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई और आखिर में यूनियन के पदाधिकारियों ने इनको भरने का काम अपने कंधों के ऊपर उठा लिया।
बाथु पुल से लेकर कांगड़ा तक जितने भी जानलेवा गड्ढे थे, उनको स्वयं भरना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग की अनदेखी के चलते चालकों और लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और अभी तक बहुत से लोग सड़क की खस्ता हालत के चलते दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं।
Great delivery. Outstanding arguments. Keep up the amazing spirit. Mohammed Lamontagne