बिलासपुर, सुभाष चंदेल
जिला बिलासपुर के स्वारघाट उपमंडल के तहत शरनी गांव में दो चीते के शावकों यानिकी बच्चों के शव जंगल में मिले थे यह दोनों शावक नर और मादा का जोड़ा है।
आज रेंज ऑफिस में इन दोनों शावकों का पोस्टमार्टम किया गया जिनमें बैटनरी विभाग डॉक्टरों की टीम पुलिस की टीम और वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद रहीं।
हालांकि इस तरह से चीते के दो शावकों का जोड़े का मिलना वह भी मृत अवस्था में एक बहुत बड़ी चिंता की बात है। लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद यह पता चल पाएगा कि इनके मौत के क्या कारण रहे।
हालांकि काफी कम संख्या में इस चीते की प्रजाति यहां के जंगलों में पाई जाती है और इस तरह से छोटे शावकों का मरना निश्चित रूप से एक बड़ी घटना है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला बिलासपुर के स्वारघाट उपमंडल के सरनी. गांव के पास चिता के दो शावकों के शव पड़े मिले।
वन विभाग के अनुसार शावकों की आयु एक से डेढ़ महीना की है। पुलिस ने की गहनता से छानबीन शुरू और डीएसपी अभिमन्यु ने बताया कि आज श्याम इब्राहिम मोहम्मद वनरक्षक, घाटेवाल बीट, ने चौकी प्रभारी को एक लिखित शिकायत पत्र दिया।
जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें वनरक्षक श्री सुरेश पल, लाहड़ी बीट.का फोन आया था कि सरनी. गांव के पास चिता के दो शावकों के शव पड़े हैं जिस पर चौकी प्रभारी ने एसआई राजेश ने, वन विभाग की टीम, व पशु चिकित्सक के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया। वन विभाग के अनुसार शावकों की आयु एक से डेढ़ महीना की है जिस पर चौकी प्रभारी ने मामले की आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
हालांकि अब इन चीते के बच्चों का पोस्टमार्टम कर दिया गया है और रिपोर्ट का इंतजार है ताकि इनकी मौत के कारणों का पता चल सके।