गुलेर-हरिपुर के बीच 33 केवी विद्युत लाइन पर गिरे पेड़ से पेश आई दिक्कत, अभी तक नहीं निकला हल।
नगरोटा सूरियां – व्यूरो रिपोर्ट
नगरोटा सूरियां व आसपास के करीब 50 से अधिक गांव अंधेरे में डूबे हुए है, जिससे जनता में भारी रोष है। बता दें कि मंगलवार देर रात गुलेर-हरिपुर के बीच 33 केवी विद्युत लाइन पर अचानक एक पेड़ गिरने से बिजली की तारों में आग लग गई थी और रात को ही बिजली गुल हो गई थी और वहां पर बिजली के छह खंभे भी गिर गए थे।
जिसके कारण विद्युत सब-स्टेशन नगरोटा सूरियां के अंतर्गत जलशक्ति विभाग मोटरें भी नहीं चल पाईं, जिसके कारण नगरोटा सूरियां में लोगों को पीने के लिए पानी भी नहीं मिल पाया। जनता में इस बात का और लेकर भारी रोष है कि 24 घंटे से अधिक समय हो गया और विद्युत सप्लाई कहीं से भी ठीक नहीं हो पाई।
जनता ने मुख्यमंत्री व स्थानीय कांगड़ा के कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार से आग्रह किया है कि तुरंत इसकी जांच की जाए।समाचार लिखे जाने तक विद्युत सप्लाई ठीक होने की कोई भी उम्मीद नहीं थी और ऐसा लग रहा है कि विद्युत सप्लाई बहाल होने के लिए अधिक समय लग सकता है।
बिजली ठप होने के कारण दुकान मेंहजारों रुपए का नुकसान हो गया। कुछ दुकानदारों ने किराए पर जेनरेटर लगाकर अपना सामान, जो कि फ्रिज में आईसक्रीम इत्यादि रखी थी, उसे बड़ी मुश्किल से बचाया।
महिला में बताया कि बिजली बंद होने से पानी की सप्लाई भी बंद हो चुकी है। क्यों कि पानी की मोटरें नहीं चल पा रही है। परसों से पानी ढोकर गुजारा करना पड़ रहा हैं।
लोक मित्र संचालिक ने बताया कि बिजली न होने से लोगों के सब काम बंद हो गए। लोगों के सरकारी काम नहीं हो पा रहे हैं। काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
शादियों का सीजन चला हुआ है बिना लाइट के बहुत दिक्कत आई है। जैसे पानी के टैंकर मंगवाने पड़े। जनरेटर का ज्यादा खर्च बढ़ गया।
सहायक अभियंता के बोल
इस विषय पर विद्युत उपमंडल नगरोटा सूरियां के एसडीओ अरविंद धीमान ने बताया कि बिजली के छह खंभे गिर गए हैं। हमारे विद्युत के कर्मचारी बिजली बहाली के लिए युद्धस्तर पर लगे हुए है। आज देर रात तक बिजली बहाली करने की पुरी कोशिश की जाएगी।