नगरोटा के विधायक की बढ़ी मुश्किलें, विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग

--Advertisement--

नगरोटा बगवां, राजीव जसवाल

नगरोटा बगवां अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव महिला का इलाज करवाने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। विधायक के खिलाफ एफआईआर करवाने के लिए एनएसयूआई के नैशनल कोडिनेटर त्रिसेन सिहोत्रा ने आज डीसी कांगड़ा के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा और मांग उठाई की उक्त विधायक के खिलाफ लोगों व अस्पताल कर्मचारियों की जान जोखिम में डालने के लिए एफडीआई दर्ज कर कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाए।

त्रिसेन सिहोत्रा का कहना है कि विधायक अभी भी यही बयान दे रहे हैं कि जैसे पहले उन्होंने 27 लोगों का नार्मल अस्पताल में इलाज करवाया उसी तरह अभी भी वे करेंगे। ऐसे में लोगों व अस्पताल के कर्मचारियों की जान को जोखिम हो सकता है उन्होंने आरोप लगाए की नगरोटा में कोरोना विधायक की लापरवाही की वजह से फैला है ।

विधायक को अगर चिंता है तो नगरोटा अस्पताल को कोरोना अस्पताल बनाने के लिए सरकार को दरख्वास्त करे सरकार नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्यवाही कर रही है तो क्यों उक्त विधायक के खिलाफ अभी तक कार्यवाही क्यू नहीं की गई, उन्होंने कहा मामले की जांच पूरी तरह से होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्यवाही की जानी चाहिए।

आपको बता दें कि नगरोटा अस्पताल नार्मल अस्पताल है और वहां लोग अपनी छोटी बीमारियों के इलाज के लिए जाते है ऐसे में नगरोटा अस्पताल में विधायक की शह पर कोरोना मरीज का इलाज किया गया जिससे लोगों की जान के साथ-साथ अस्पताल प्रशासन की जान को जोखिम में डाला गया हम एक मामले की बात कर रहे थे लेकिन विधायक का कहना है कि 27 कोरोना मरीजो का उन्होंने नगरोटा अस्पताल में इलाज करवाया ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठना शुरू हो गए हैं।

--Advertisement--
--Advertisement--

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

--Advertisement--

Popular

More like this
Related

हिमाचल आपदा प्रभावित राज्य घोषित, विधानसभा में मुख्यमंत्री ने की घोषणा

शिमला - नितिश पठानियां  हिमाचल सरकार ने डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट...