हिमखबर डेस्क
क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अब पर्ची बनाने के लिए लंबी लाइनों में खड़े होकर लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अस्पताल प्रशासन ने धरातल मंजिल पर अब पर्ची बनाने के लिए चार काउंटर स्थापित किए हैं। काउंटर तो पहले भी चार थे, लेकिन पर्चियां केवल तो में ही बनाईं जाती थी। इस कारण मरीजों की लंबी लाइनें लग जाती थीं।
अब अस्पताल में महिला, पुरुषों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए अलग-अलग काउंटर हैं। इससे मरीजों को पर्ची के लिए लंबी लाइनों से छुटकारा मिलेगा। रोजाना अस्पताल में एक हजार से अधिक के मरीज जांच के लिए पहुंचते हैं। इस वजह से पर्ची काउंटर पर सुबह से ही लंबी लाइनें लग जाती थीं।
इसके अलावा सीटी स्कैन कक्ष के पास अब जीरो बिल बनाने के लिए भी दो कर्मचारियों की तैनाती की गई है। यहां पहले एक कर्मचारी होता था। इस कारण अल्ट्रासाउंड, एक्सरे और अन्य टेस्ट करवाने से पहले जीरो बिल बनाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। लंबे समय बाद मरीजों की बारी आती थी। इतनी ही नहीं किसी प्रकार का मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिए भी लोगों को लंबी लाइनों में लगना पड़ता था।
मरीजों और तीमारदारों की समस्या को ध्यान में रखते हुए अस्पताल प्रशासन की ओर से अतिरिक्त कर्मचारियों की व्यवस्था की गई है, जिससे कि मरीजों को परेशान न होना पड़े। इसके अलावा निशुल्क दवाइयों की डिस्पेंसरी में भी गर्भवती महिलाओं, पुरुषों-महिलाओं और बुजुर्ग लोगों के लिए अलग-अलग काउंटर हैं।
डॉ. सुनील भट्ट, एसएमओ, धर्मशाला क्षेत्रीय अस्पताल के बोल
अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक होती है। इस वजह से पर्ची काउंटर पर भीड़ लगी रहती थी। अब पर्ची बनाने के लिए अलग-अलग चार काउंटर बनाए गए हैं, ताकि पर्ची बनाने के लिए ज्यादा भीड़ न लगे। इसके अलावा जीरो बिल बनाने के लिए दो कर्मचारी तैनात किए गए हैं।