रैत, नितिश पठानियां
द्रोणाचार्य शिक्षण स्नातकोत्तर महाविद्यालय ने आईक्यूएसी ट्रेनिंग एंड डेवलोपमेन्ट और आकांक्षा फाउंडेशन के सौजन्य से (माइलस्टोन ) वर्चुअल माध्यम से एक दिवसीय ट्रेन द ट्रेनर एफडीपी का आयोजन किया। जिसमें भूपिंदर सिंह राठौर अंतराष्ट्रीय मोटिवेशनल स्पीकर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की ।
विधिवत दीप प्रज्वलन कर मन्त्रोंचारण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई।कार्यक्रम में माधुरी पाधा ने मुख्यतिथि का परिचय दिया। वहीँ महाविद्यालय के कार्यकारिणी निदेशक डॉ बीएस पठानिया ने मुख्यतिथि का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में दो सत्र हुए। प्रथम सत्र बच्चों के लिए रहा। जिसमें महाविद्यालय के साथ- साथ पूरे हिमाचल से विद्यार्थी जुड़े ।
इसके बाद मुख्यातिथि ने बच्चों को पहले कारण और फिर एक्शन इसके ऊपर विचार साँझा किए ,उन्होंने बच्चों से कहा की यदि फल को बदलना है तो जड़ों में जाना होगा। उन्होंने कहा की जीत की अहमियत समझने के लिए, उसकी असली कीमत जानने के लिए हारना भी बहुत जरूरी है उसी तरह से जिस तरह की रोशनी की कीमत समझने के लिए अंधेरा भी बहुत जरूरी है।
यह जो हार है जिससे सब इतना डरते हैं। असल में सिर्फ एक कैटालाइजर की तरह है, जो कि सिर्फ में धक्का मारती है, ताकि हम अपना सब कुछ छोड़कर सिर्फ जीत के लिए दौड़ पड़े। उन्होंने कहा की हमेशा याद रखना की पेड़ एक विशाल है चाहे कितना ही बड़ा क्यों ना हो शुरुआत तो उसने भी एक छोटे बीज से ही की होगी।
इसके बाद दुसरे तकनीकी सत्र के इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता से अधयापकों ने सवाल पूछे और जिनके लाभदायक जबाब मिले। पहले सत्र में डा प्रवीण कुमार शर्मा ने और दूसरे सत्र में टीपीओ मेघना पठानिया ने मुख्यातिथि का धन्यबाद किया।
इस मौके पर महाविद्यालय प्रबंधक निदेशक जीएस पठानिया, कार्यकारी निदेशक डॉ बीएस पठानिया ,प्राचार्य डॉ बीएस बाघ , शैक्षणिक अधिष्ठाता डॉ प्रवीण शर्मा ,विभागाध्यक्ष सुमित शर्मा,डॉ पूनम देवी ,राजेश राणा, मुकेश राणा , सहित समस्त प्रवक्ता वर्ग व विद्यार्थी उपस्थित रहे।