--Advertisement--

शिमला – नितिश पठानियां

----Advertisement----

शिमला की सुन्नी पुलिस ने फर्जी दस्तावेज से नंबरदार की नौकरी हासिल करने का एक मामला पकड़ा है। इस सिलसिले में एक युवक के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। आरोपित शेर सिंह पुत्र धनीराम तहसील सुन्नी (शिमला) के देवला गांव का रहने वाला है।

मामले के अनुसार आरोपित एनआईओएस (NIOS) से दसवीं के फर्जी प्रमाणपत्र से नंबरदार के पद पर लगा और तीन साल तक नौकरी करता रहा। देवला गांव के ही रहने वाले राकेश वर्मा ने आरोपित की फर्जी दस्तावेज से नौकरी हड़पने की शिकायत की है।

उन्होंने शिकायत में आरोप लगाया है कि शेर सिंह निवासी देवला ने वर्ष 2019 में नंबरदारी सर्कल देवला में नंबरदार का पद प्राप्त करने के लिए अप्रैल 2007 के महीने में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान (NIOS) से जारी जाली मैट्रिकुलेशन प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया है। जिसके आधार पर शेर सिंह ने नंबरदारी का पद ग्रहण किया और लगभग 3 वर्षों तक इस पद पर कार्यरत रहा। अपने पद के बदले में उसने अनुचित लाभ प्राप्त किया।

पुलिस के मुताबिक शिकायत के आधार पर आरोपित के विरुद्ध सुन्नी थाने में आईपीसी की धारा 420, 465, 468 व 471 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।

--Advertisement--

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here