दंपति ने शादी का झांसा देकर नेत्रहीन से ठगे लाखों, शातिर पत्नी लड़की बनकर करती थी बात
बिलासपुर – सुभाष चंदेल
आधुनिक समय में ठगी के मामले तो बहुत सामने आ रहे हैं लेकिन ऐसा मामला पहली बार सामने आया जिसमें शातिर दंपति ने झूठा शादी करवाने का झांसा देकर एक नेत्रहीन व्यक्ति को भी नहीं छोड़ा।
मामला पुलिस थाना भराड़ी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत डंगार के गांव रोपडी मैरे का है। जहां गांव का नेत्रहीन व्यक्ति पान सिंह एक साधारण व्यक्ति है जिसने अपना पैसा जोड़ कर रखा था। पान सिंह की उम्र 45 वर्ष है। परिवार में उसके साथ 80 वर्षीय मां रहती है।
पान सिंह कुछ समय पहले मंदिर को गया था वहां उसकी मुलाकात एक शातिर दम्पति से हो गई। पान सिंह की शादी नहीं हुई थी और दंपति ने कहा कि वे उसकी शादी करवा देंगे और लड़की ऊना की है।
पान सिंह ने बताया कि उस व्यक्ति ने अपना नाम ज्ञानू बताया था जिसको वह भली भांति जानता था जब भी पान सिंह बात करता तो दंपत्ति कह देता कि लड़की पैसे मांग रही है। एक साल तक ज्ञानचंद अपनी पत्नी की बात पान सिंह से यह कहकर करवाता रहा कि यही लड़की है जिससे तुम्हारी शादी होगी।
पान सिंह शातिर दम्पत्ति के जाल में फंस चुका था इसलिए आए दिन शातिर दम्पति गहनों कपड़ों व अन्य शादी के सामान की मांग करने लगा। अभी कुछ दिन पहले जब पान सिंह ने उक्त दम्पति को बताया कि वह अब शादी करना चाहता है तो दंपत्ति मुकर गया। यह सुनते ही पान सिंह के पैरों तले जमीन खिसक गई कि उसने जीवन भर का पैसा डूबो दिया।
इसकी शिकायत पान सिंह ने पंचायत प्रधान से की। साथ ही पान सिंह अपनी फरियाद लेकर पिछले दिनों औहर बिलासपुर में हुए मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुंच गया जिसकी फरियाद को लेकर मुख्यमंत्री के पीएसओ ने पुलिस को मामले पर कड़ा संज्ञान लेने को कहा।
पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की तो वास्तव में सब सच सामने आ गया कि उनके पास कोई लड़की नहीं थी। व्यक्ति अपनी पत्नी से ही बात कराता रहा।
पुलिस ने दोनों पक्षों में समझौता करवा दिया और पान सिंह को एक लाख पच्चीस हजार रुपए वापिस करवाए। इतना ही नहीं पुलिस ने दम्पति को हिदायत दी कि अगर भविष्य में इस तरह का काम किया तो सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पान सिंह ने बताया कि उसने उनके चक्कर में आकर तीन लाख रुपए खर्च किए थे। इस मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस थाना प्रभारी भराड़ी देवानंद ने बताया कि पुलिस के पास इस मामले की शिकायत आई थी जिसमें दोनों पक्षों में समझौता करवा दिया गया है।
पीड़ित को एक लाख पच्चीस हजार रुपए दिलवा दिए गए हैं। इस मामले में शादी का झांसा देने वाले दंपति साथ लगती पडयाग पंचायत के ही रहने वाले है।