हर बार चुनावी घोषणाओं में जल्द बसाने का सपना दिखा के चलते बन रहे नेता
सोलन – रजनीश ठाकुर
प्रदेश की सबसे बड़ी मोटर मार्केट चंबाघाट को प्रस्तिवित ट्रांसपोर्ट नगर में बदलने के चुनावी दावे धरातल पर उतारने में सरकारें नाकाम रही हैं। पिछले कई वर्षों से इसका निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। सरकार ने कथेड़ में ट्रांसपोर्ट नगर बसाने के लिए जगह दी थी। काफी समय गुजर जाने पर भी ट्रांसपोर्ट नगर बसाने की कवायद शुरू नहीं हो सकी।
पिछले चुनावों में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की बात भाजपा और कांग्रेस दोनों ने कही थी, लेकिन न वो चुनावी वादे पूरे होते दिखाई दे रहे हैं और न ही उन वादों को जमीनी स्तर पर पूरा करने की कोई बात कर रहा है। गौर रहे कि कालका-शिमला नेशनल हाई-वे को फोरलेन में बदलने के लिए चल रहे निर्माण कार्य से चंबाघाट मोटर मार्केट का अस्तित्व खत्म होने की कगार पर है।
सोलन शहर में लंबे समय से ट्रांसपोर्ट नगर की मांग की जा रही है, लेकिन शहरवासियों की इस मांग को बिलकुल अनसुना किया जा रहा है। शहर के चंबाघाट के समीप मोटर मार्केट की नींव भी भाजपा सरकार द्वारा रखी गई, लेकिन वहां आज तक एक ईंट भी नहीं लग पाई है। प्रदेश सरकार से भी उन्हें बेहद उम्मीदें थी कि जल्द मोटर मार्केट का निर्माण होगा, लेकिन आज तक कामा शुरू नहीं पाया है।
आज तक काम शुरू नहीं
पिछले करीब 12 सालों से सोलन शहर में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की बात की जा रही है, लेकिन आज तक यह कार्य पूरा नहीं हो पाया है। पूर्व की भाजपा सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अप्रैल 2018 में इसकी आधारशिला रखी थी।
दर-दर की ठोंकरे खा रहे बेरोजगार
मां दुर्गा मोटर मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरज सूद का कहना है कि फोरलेन के चलते उनको चंबाघाट से उजाड़ दिया गया था, लेकिन फोरलेन प्रभावितों को फिर से बसाना भी है यह सरकार भूल गई है।
फोरलेन के चलते दुकानों को तोड़ दिया गया था। उन्हें पुन: स्थापित करने का आश्वासन भी दिया गया, लेकिन अब यह आश्वसन हवा-हवाई साबित हो रही है, जिसकी वजह से कई वर्षों से इस व्यवसाय से जुड़े व्यवसायी आज बेरोजगार हो चुके है। रजिस्टर एसोसिएशन में करीब 263 लोग है, ऐसे में यह सब दर-दर की ठोकरें खा रहे है ।