12 साल का बच्चा हर्निया से था पीडि़त, चिकित्सकों ने सर्जरी से दिया नया जीवन
काँगड़ा – राजीव जस्वाल
टांडा मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी करते हुए एक नई मिसाल पेश कर दी है। चिकित्सकों ने बच्चों के लिए सिंगल पोर्ट लेप्रोस्कोपिक हर्निया की सर्जरी को अंजाम दिया है।
प्राचार्य डॉ. भानु अवस्थी ने सर्जरी और एनेस्थीसिया विभाग को इस सफल सर्जरी के लिए बधाई दी है। उन्होंने बताया कि 12 साल के बच्चे की वंक्षण हर्निया के लिए सिंगल पोर्ट लेप्रोस्कोपिक की सफल सर्जरी की गई।
आम तौर पर ऐसी सर्जरी के लिए तीन पोर्ट की आवश्यकता होती है, लेकिन यह सर्जरी केवल सिंगल पोर्ट का उपयोग करके पूरी की गई थी। टांडा में पहली बार इस सर्जरी को अंजाम दिया गया।
एमसीएच सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी डॉ. अंकित शुक्ला, डॉ. उमेश धीमान सर्जन, एनेस्थेटिक डॉ. शैली राणा और उनकी टीम ने सर्जिकल प्रक्रिया को अंजाम दिया। ऑपरेशन के बाद की अवधि में मरीज ठीक हो गया और 2 दिन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई।
यह प्रक्रिया कम समय में की जाती है, इसमें दर्द कम होता है और रक्त की हानि भी कम होती है। इसमें ऑपरेशन के बाद का दर्द भी तुलनात्मक रूप से कम होता है।