देहरा – शिव गुलेरिया
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के उपमंडल देहरा के सुकाहर गांव से जासूसी के आरोप में गिरफ्तार युवक अभिषेक सिंह भारद्वाज से पूछताछ के बाद मामला अब राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों तक पहुंच गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सेना, बीएसएफ, आईबी और एनआईए की टीमें भी हरकत में आ गई हैं। इन एजेंसियों ने देहरा पुलिस से संपर्क कर जांच में सहयोग मांगा है।
आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 BNS के तहत केस दर्ज किया गया है और मामले में अब सेना, बीएसएफ, आईबी व एनआईए जैसी शीर्ष सुरक्षा एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं। अहम बात है कि युवक गरीब परिवार से संबंध रखता है और पिता चालक हैं।
एसपी मयंक चौधरी के बोल
देहरा के एसपी मयंक चौधरी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि अभिषेक सिंह भारद्वाज पुत्र राजिंद्र सिंह के मोबाइल में देश की सुरक्षा से जुड़े कुछ संवेदनशील दस्तावेज और डिजिटल सामग्री मौजूद है। इस आधार पर 28 मई की सुबह पुलिस ने दो टीमें गठित कीं।
एक टेक्निकल टीम का नेतृत्व डीएसपी देहरा अनिल कुमार कर रहे थे, जबकि ग्राउंड एक्शन टीम की अगुवाई डाडासीबा के डीएसपी राज कुमार ने की। युवक के घर पर दबिश देकर उसे हिरासत में लिया गया। एसपी देहरा मयंक चौधरी ने स्पष्ट किया है कि राज्य की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पूछताछ में बरामद हुए संदिग्ध दस्तावेज
देहरा थाने में पूछताछ के दौरान अभिषेक के मोबाइल से कई संवेदनशील दस्तावेज और डिजिटल सामग्री बरामद हुई है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने कुछ चैट्स और डाटा डिलीट करने की कोशिश की थी। पुलिस ने मोबाइल फोन को सीज़ कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। अब लैब से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
फेसबुक पर पोस्ट किया था हथियारों का वीडियो
जांच में यह भी सामने आया है कि अभिषेक ने 11 जून 2024 को अपने फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो साझा किया था, जिसमें दो पिस्टल, तीन AK-47 राइफलें और गोलियों की कतारें दिखाई दे रही थीं। गोलियों पर उसका नाम ‘अभिषेक भारद्वाज’ उकेरा गया था।
इस पोस्ट ने एजेंसियों की चिंता और बढ़ा दी है। गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को आरोपी को देहरा कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि रिमांड के दौरान कई अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिनकी पुष्टि की जा रही है।
आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से है आरोपी
अभिषेक सिंह एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उसकी माता एक निजी होटल में सफाई कर्मचारी हैं और पिता ड्राइवर हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी ने कॉलेज छोड़ने के बाद इंटरनेट के जरिए संदिग्ध गतिविधियों में रुचि लेनी शुरू की और सोशल मीडिया के माध्यम से विदेशी एजेंटों के संपर्क में आया।
गांव में फैली सनसनी, लोगों में अविश्वास
सुकाहर गांव में इस गिरफ्तारी के बाद से सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों को विश्वास नहीं हो रहा कि उनका जान-पहचान का युवक इस प्रकार की देशविरोधी गतिविधियों में संलिप्त हो सकता है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी को कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।