नालागढ़ में उपचुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस के नेताओं में शुरू हुई सुगबुगाहट
नालागढ़ – रजनीश ठाकुर
विधानसभा उपचुनावों का शंखनाद होने के साथ ही नालागढ़ विस क्षेत्र में भी चुनावी हलचल तेज हो गई है। फि लवक्त हालात यह हैं की नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र 13 साल बाद फिर से एक बार उपचुनाव की परीक्षा से गुजरेगा। चुनाव आयोग ने यहां पर निर्दलीय विधायक केएल ठाकुर के इस्तीफे के बाद उपचुनाव की घोषणा की है।
इसी के साथ संपूर्ण सोलन जिले में लोकसभा के बाद फिर से उपचुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है जो कि 15 जुलाई तक लागू रहेगी।
नालागढ़ के इतिहास में यह दुसरा उपचुनाव होगा, इससे पूर्व वर्ष 2011 में तत्कालीन भाजपा विधायक हरिनारायण सैणी के आकस्मिक निधन के बाद उपचुनाव हुआ था। हालांकि इस उपुचनाव में भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था। अब केएल ठाकुर का इस्तीफा मंजूर होने के बाद दूसरा उपचुनाव होगा।
केएल ठाकुर ने बर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय जीत दर्ज की थी, लेकिन इस्तीफे के चलते डेढ़ साल में ही दोबारा चुनाव में उतरना पड़ेगा। अब जहां केएल ठाकुर का विस उपचुनाव मैदान में उतरना तय माना जा रहा है, वहीं कांग्रेस के खेमे में टिकट के तलबगारों ने भी कदमताल शुरू कर दी है।
भाजपा में केएल ठाकुर क ी राह में भी कांटे बिछाने के लिए टिकट के चाह्वान तैयार बैठे है, जिनमें पूर्व विधायक लखविंद्र राणा और हरप्रीत सैणी के नाम के चर्चा में है। साल 2022 विसचुनाव में केएल ठाकुर ने नर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा और 33427 मत हासिल करते हुए 13264 मतों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की।
कांग्रेस के हरदीप बावा को इस चुनाव में 20163 मत मिले जबकि कांग्रेस से भाजपा में आए लखविंद्र राणा 17273 मत के साथ तीसरे स्थान पर लुढक़ गए थे।
लोकसभा में भाजपा आगे
नालागढ़ लोकसभा चुनाव में भाजपा की कमान एक बार फिर से तत्कालीन निर्दलीय विधायक के एल ठाकुर के हाथ में थी। यहां से भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप को 15164 को भारी लीड मिली थी और यह मत उतने के लगभग थे जितने से केएल ठाकुर आजाद के तौर पर जीते थे।
टिकट के चाहवान बदलेंगे सियासी समीकरण
2022 के आम चुनावों में कांग्रेस की ओर से बावा हरदीप सिंह कांग्रेस, लखविंद्र राणा भाजपा व केएल ठाकुर ने आजाद के तौर पर लड़ा था। अब केएल ठाकुर के भाजपा में आ जाने से यहां पर समीकरण पूरी तरह बदल गए हैं। भाजपा से केएल ठाकुर का प्रत्याशी बनना तय है।
वहीं, काग्रेस से टिकट की दौड में प्रदेश कांग्रेस महासचिव हरदीप सिंह बावा के साथ संयुक्त आयुक्त आबकारी उज्जवल सिंह राणा भी शामिल है। पूर्व में भाजपा प्रत्याशी रहे लखविंद्र सिंह राणा ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं और वह अभी भाजपा में प्रदेश प्रवक्ता पद पर तैनात है। इसके अलावा हरप्रीत सैणी के नाम की भी चर्चा है।