महज क्यूआर कोड के जरिए मिलेगी ऐतिहासिक जगह से जुड़ी जानकारी, यात्री को यह जानकारी हिंदी-अंग्रेजी और ऑडियो में भी प्राप्त होगी
हिमखबर डेस्क
जिला चंबा के ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी अब एक क्लिक पर क्यूआर कोड के जरिये पर्यटकों को मिलेगी। क्यूआर कोड स्कैन करते हुए संबंधित स्थल की पूरी जानकारी लिखित तौर पर उपलब्ध होने के साथ ही ऑडियो के माध्यम से भी उपलब्ध रहेगी।
शुक्रवार को श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर का डिजिटाइज़ेशन करते हुए एक क्यूआर कोड जारी किया गया। यह क्यूआर कोड बुक माई एक्सपीरियंस पर वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा। जैसे ही पर्यटक इसे स्कैन करेंगे तो उन्हें मंदिर के इतिहास से लेकर इसके महत्व सहित तमाम जानकारी उपलब्ध हो जाएगी।
यह जानकारी हिंदी व अंग्रेजी भाषा में लिखी होने के साथ ही ऑडियो के जरिये भी मिलेगी। मतलब यह है कि पर्यटक मंदिर के बारे में पूरी जानकारी सुन सकते हैं। यह स्थानीय संस्थाओं व प्रशासन की देश में अनूठी पहल है।
इसके बाद अन्य ऐतिहासिक महत्वपूर्ण स्थानों की जानकारी भी क्यूआर कोड के जरिये उपलब्ध रहेगी। इसमें सर्कुलर इकोनोमी कैटालिस्ट(सीईसी) का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। विश्व पर्यटन दिवस पर जिला मुख्यालय चंबा में जिला पर्यटन विभाग चंबा, नॉट ऑन मैप व एक्ट संस्था की ओर से कार्यक्रम आयोजन किया गया। इसमें उपायुक्त चंबा मुकेश रेप्सवाल बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे।
उन्होंने डीजी एक्स चंबा टेल्स का शुभारंभ किया। इसमें तमाम ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी क्यूआर कोड के माध्यम से ऑडियो व लिखित तौर पर पर्यटकों को मिलेगी। इस दौरान चंबा के ऐतिहासिक स्मारकों का डिजिटाइजेशन करने के लिए जिला पर्यटन विभाग, नॉट ऑन मैप संस्था, एक्ट व के साथ मिलकर क्यूआर कोड पर तैयार योजना की जानकारी दी।
पर्यटन पर कार्य करने वालों को किया सम्मानित
इसके अलावा चंबा जिला को पर्यटन की दृष्टि से उभारने के लिए जिंदगी भर कार्य करने वाले चंबा के लोगों को सम्मानित भी किया। इसमें करीब 40 वर्षों से पर्यटन पर कार्य कर रहे प्रकाश धामी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड देने के अलावा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं में मेडल हासिल करने वाले पैराग्लाइडिंग पायलट अक्षय सहित राष्ट्रीय स्तर पर सिल्वर मेडल हासिल करने वाले मिस्टिक विलेज को भी सम्मानित किया।
मिस्टिक विलेज को आउटलुक की ओर से भी मेडल से सम्मानित किया जा चुका है। मिस्टिक विलेज एक सामुदायिक आधारित गद्दी जनजातीय गांव है, जो कि गाब्दिका स्वयं सहायता समूह की ओर से संचालित किया जाता है। यह हिमाचल का पहला जनजातीय आधारित गांव है।
हैंडिक्रॉफ्ट पर भी दी जानकारी
वहीं, चंबा के हैंडिक्राफ्ट पर आधारित प्रोजेक्ट पर कार्य करने वाले निफ्ट के छात्रों अपनी प्रेजेंटेशन दी। जबकि, रेश की ओर से तनवी ने कुंडी में आर्ट पर तैयार किए जा रहे प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी।
इसके बाद विभिन्न हित धारकों पैराग्लाइडिंग ऑपरेटर, होटल एसोसिएशन, होम स्टे संचालकों के साथ संवाद किया, ताकि आने वाले समय में पर्यटन की दिशा निर्धारित की जा सके। अनछुए स्थानों को पर्यटन के मानचित्र पर उभारने के लिए भी चर्चा की गई, ताकि पर्यटकों को चंबा के अनछुए स्थानों से अवगत करवाया जा सके।
मुकेश रेप्सवाल, उपायुक्त चंबा के बोल
जिला मुख्यालय चंबा में शुक्रवार को विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया। इसमें नॉट ऑन मैप व एक्ट संस्था सहित पर्यटन विभाग की ओर से किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। नॉट ऑन मैप संस्था की ओर से क्यूआर कोड का अनूठा तरीका पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित होगा। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास कि किए जा रहे हैं।
राजीव मिश्रा, जिला पर्यटन अधिकारी चंबा के बोल
विश्व पर्यटन दिवस मनाने के साथ ही चंबा में पर्यटन को लेकर आगामी योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही पर्यटन की दिशा में कार्य कर रहे लोगों को सम्मानित भी किया गया।
मनुज शर्मा, सह-संस्थापक नॉट ऑन मैप के बोल
चंबा के ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी क्यूआर कोड के जरिये उपलब्ध रहेगी। इसकी शुरुआत शुक्रवार से कर दी गई है। नॉट ऑन मैप संस्था एक्ट संस्था के साथ मिलकर इस दिशा में कार्य कर रही है। इसमें पर्यटन विभाग व प्रशासन का सहयोग भी मिल रहा है। इसे डिजी एक्स चंबा टेल्स का नाम दिया गया है। पर्यटक क्यूआर कोड के जरिये तमाम जानकारी सुन व पढ़ सकेंगे।
ये नेता रहे मौजूद
इस मौके पर एसी-टू-डीसी पीपी सिंह के अलावा होटल एसोसिएशन चंबा के प्रधान किशन, पंकज गुप्ता, पवन वैद, नॉट ऑन मैप की ओर से विकास, मगनदीप, राजेश, गाब्दिका की ओर से शंकर, अनूप, अनू, अनूप कुमार, रफी हाउस से मोहम्मद रफी, एचटूओ हाउस से रेणू शर्मा, देवाशीष, एनआईएफटी सुदर्शन छात्रों के साथ, म्यूजियम के क्यूरेटर सुरेंदर ठाकुर, होलिस्टिक हिमालया की ओर से डॉ. रियाज, डॉ. विपिन राठौर, पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के सदस्य, पर्यटक, दिल्ली, पंजाब, लखनऊ, एमपी, भोपाल, हैदराबाद , मुंबई, आसाम से आए पर्यटक, इतिहासकार व ट्रैबल ब्लॉगर भी मौजूद रहे।