मनु पाल :- नगरोटा सूरियां
गैलेक्सी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल नगरोटा सूरियां स्कूल के प्रिंसिपल अनुराग शर्मा ने महात्मा गांधी जयंती के उपलक्ष पर कहा कि अहिंसा’ – जब भी अहिंसा की बात आती है, तो सबसे पहले ‘बापू’ का नाम आता है।
महात्मा गांधी ने न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया को अहिंसा के मायने समझाए। बताया कि अहिंसा एक व्यक्तिगत आदत है जिसका अर्थ है किसी भी परिस्थिति में खुद को या दूसरों को क्षति न पहुंचाई जाए। इनसान महान पैदा नहीं होता है, उसके विचार उसे महान बनाते हैं. विचार और काम की शुद्धता और सरलता ही महान लोगों को आम लोगों से अलग करती है. वे वही काम करते हैं, जो दूसरे करते हैं, लेकिन उनका मकसद समाज में बदलाव लाना होता है.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जिन्हें प्यार से हम ‘बापू’ कहते हैं, महान सोच वाले एक साधारण व्यक्ति थे. वे करोड़ों देशवासियों के जीवन में बदलाव लाना चाहते थे.आज हमें जो आजादी हासिल है, उसके लिए राष्ट्रपिता ने बड़ी कुर्बानियां दी थीं. वे सबके साथ मिलकर चलना चाहते थे. आज हम परिवार के अंदर बंट गए हैं, खुद को कंप्यूटर तक सीमित कर लिया है और स्मार्टफोन को अपनी दुनिया बना लिया है.
गांधीजी जो कहते थे, वह करते थे.इन जंजीरों से निकलने में बापू के विचार हमारे लिए मददगार साबित हो सकते हैं. अंत में उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान जबकि सभी बच्चे घर से ऑनलाइन शिक्षण ग्रहण कर रहे हैं .
विद्यार्थियों ने महात्मा गांधी जयंती को स्वच्छता दिवस के रुप में मनाया तथा अपने आस-पड़ोस में साफ सफाई की विद्यार्थियों ने इसके माध्यम से यह संदेश दिया कि देश तभी साफ होगा जब स्वच्छता में सबका साथ होगा I जो कि उन्होंने स्कूल में सीखा हैI
यह जानकारी स्कूल के गतिविधि प्रभारी मनीष पाल ने साझा की I “आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए I मानवता सागर के समान है I ‘यदि सागर की कुछ बूंदें गंदी हैं तो पूरा सागर गंदा नहीं हो जाता I”