शिमला, जसपाल ठाकुर
उपमंडल करसोग की दूरदराज ग्राम पंचायत शाहोट में बिना सुरक्षा फेंसिंग वाले गहरे तालाब में 12 वर्षीय नमन पुत्र चिरंजी लाल की मौत हो जाने वाली दुखद घटना में परिवार का इकलौता चिराग बुझ गया।
शुक्रवार को शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है… इस घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय विधायक हीरालाल नागरिक चिकित्सालय करसोग पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी।
12 वर्षीय मृतक नमन के पिता चिरंजीलाल मनरेगा में मजदूरी करते हैं जब देर शाम घर पहुंचे तो नमन के घर नहीं मिलने पर तलाश की गई। काफी देर बाद इस घटना का पता चलने पर पूरे गांव के लोग मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक नमन की मौत हो चुकी थी।
ग्रामीणों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि इतना गहरा तालाब का निर्माण वन विभाग की एक योजना में किया परंतु फेंसिंग सुरक्षा नहीं की गई। यदि वह की होती तो शायद नमन इस प्रकार की घटना का शिकार नहीं होता।
उधर, वन खंड अधिकारी शीशराम ने कहा कि वह तलाब मवेशियों के पानी पीने को है फेंसिंग का प्रावधान नहीं है.. उपमंडल अधिकारी नागरिक सुरेंद्र ठाकुर व तहसीलदार करसोग राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि करसोग प्रशासन की ओर से तुरंत राहत के तौर पर ₹15000 तथा विधायक हीरालाल द्वारा अपनी ओर से ₹5000 पीड़ित परिवार को प्रदान कर दिए गए हैं।