चम्बा/सिहुंता:सुरजीत सिंह देवल:-
प्रसिद्ध गद्दी संस्कृति विरासत व धरोहर को एकता मे चिर काल से संजोये भट्टियात और गद्दी सभा अपनी सांस्कृतिक विरासत को संजोये हुए है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण शिव नुआले का द्वितीय वार्षिक अयोजन नाग मंडोर मंदिर प्रागण चुबाड़ी में किया गया जिसमें देश-विदेश के समुदाय से सम्बंधित व अन्य जति व धर्म के शिव भक्तों ने शिव भोले के द्वार में हाज़री भरी।
रात्री भर शिव भोले के जै जै करों के साथ सभी धर्म,जाति ,सम्प्रदाय के लोगो ने बढचढ कर भाग लिया और नीलकंठ भगवान भोले शंकर के दरबार मे अपना शीश नवाकर भोले शंकर से आशीर्वाद लिया पहली बार गद्दी सांस्कृति को अन्य सामुदायिक संस्कृतियो से श्रेष्ठ मानते हुए व भोले बाबा का आशीर्वाद लेते हुए सांस्कृतिक संध्या का आनंद लिया व अपनी गद्दी संस्कृति को भविष्य में भी संजोये रखने का प्रण लिया ।
जिसमे शिव नुआला कमेटी भट्टियात व स्थानीय विधायक विक्रम जरयाल ने अपनी सांस्कृतिक व विरासत को संजोए रखने में आगामी नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति व विरासत को समझने ब संजोये रखने का आह्वान किया। शिव नुआला नाग मंडौर प्राँगण में सभी समुदाय के लोगो ने बढ़- चड़ कर शिव भोले के जयकारो के साथ भोले बाबा का आशीर्वाद व वरदान प्राप्त किया।