खुद जिम चलाकर बना रहा था बॉडी, दूसरों को बेच रहा था मौत का सामान
सिरमौर – नरेश कुमार राधे
जिला मुख्यालय के वाल्मीकि नगर में विभिन्न तरह के नशीले पदार्थों की खेप और लाखों रुपए की नकदी के साथ दबोचे गए आरोपी बाप-बेटे और पोते के मामले में पुलिस गहनता से जांच कर रही है। आरोपियों बाप-बेटे और पोते को अदालत से 7 दिन के पुलिस रिमांड मिला है। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से नशा तस्करी को लेकर कड़ी पूछताछ करेगी।
पुलिस ने आरोपियों से बैंक खातों की डिटेल लेकर बैंक प्रबंधनों को खाते फ्रीज करने के लिए भी पत्र लिख दिए हैं। वहीं आरोपियों की चल और अचल संपत्ति को भी खंगालना शुरू कर दिया है। इसके साथ-साथ मामले में बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज की भी जांच की जा रही है।
पक्का तालाब के समीप चला रहा था जिम
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि नशा तस्करी का आरोपी सागर (44) शहर के पक्का तालाब के समीप जिम चला रहा था, जहां कई युवा बॉडी बनाने के लिए आते थे। यही नहीं, आरोपी ने खुद की भी अच्छी खासी बॉडी बना रखी है। वहीं दूसरी तरफ अपने पिता और बेटे के साथ दूसरों को मौत का सामान यानी नशा बेचने के काले कारोबार में संलिप्त पाया गया।
अप्रैल माह में पकड़ा गया नशा तस्कर भी इसी परिवार का रिश्तेदार
बताया जा रहा है कि अप्रैल माह में वाल्मीकि नगर में चिट्टे की बड़ी खेप सहित हजारों की नकदी, सोने की चेन व बालियों के साथ दबोचा गया अन्य नशा तस्कर भी इसी परिवार का रिश्तेदार है, जिसे हाल ही में अदालत से जमानत मिली है। वहीं अब नश तस्करी के आरोप में 3 पीढ़ियों को एक साथ दबोचने का मामला शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी हैडक्वार्टर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है जोकि मामले की जांच करेगी।
पुलिस के सामने ये एक बड़ा सवाल
पुलिस के सामने एक बड़ा सवाल यह है कि आरोपी चिट्टे सहित अन्य नशे को कहां से खरीदते थे और फॉरवर्ड लिंकेज में इसे किसे बेचा जाता था। इसके साथ-साथ तीनों आरोपी कब से इस कारोबार में संलिप्त हैं। लोगों का यह भी कहना है कि इन आरोपियों से ड्रग एडिक्ट्स का भी पता लगाया जाना चाहिए ताकि उनकी काऊंसलिंग कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।