हिमखबर डेस्क
आर्थिकी बदहाली का रोना रोने वाली प्रदेश कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी व पूर्व मीडिया को-ऑर्डिनेटर (पूर्व मुख्यमंत्री, हिमाचल सरकार) एडवोकेट विश्व चक्षु ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू विधानसभा व हिमाचल की जनता को गुमराह करने से बाज़ आएं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने अपने मित्र कामगार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष का प्रतिमाह वेतन 30 हजार रुपए बढ़ाकर 1.30 लाख कर देने से स्पष्ट हो गया है कि पिछले 18 महीनों से सुक्खू सरकार आर्थिक संकट को लेकर ड्रामेबाजी करती आ रही है।
उन्होंने कहा कि सुक्खू ने अपने मित्र के वेतन में एक लाख रुपए की बढ़ोतरी कर उन कर्मचारियों के मुहं पर तमाचा मारा है जो कर्मचारियों ने पहले ही पेंडिंग डीए और एरियर को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। विश्व चक्षु ने कहा कि ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र देकर किसी नाटक मंडली में शामिल हो जाना चाहिए जहां वे लोगों को मुर्ख बना सकें।
उन्होंने कहा कि खज़ाना खाली होने की बात करने वाले मुख्यमंत्री का दोहरा चरित्र जनता के सामने आ चुका है। उन्होंने कहा यह विडंबना है कि दो दिन पहले सुक्खू सदन में आर्थिक संकट का रोना रोते हैं और फिर अचानक से ये नोटिफिकेशन आ जाती है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू मित्रों को खुश करने में लगे हुए हैं। अफसरों व मंत्रियों की ऐश में कोई कमी नहीं है, जबकि इसके विपरीत कर्मचारियों को उनके हक के लिए तरसाया जा रहा है। यदि अपने मित्र की एक लाख रुपए वेतन की बढ़ोतरी वाली नोटिफिकेशन सही है तो फिर सुक्खू आर्थिक संकट का रोना क्यों रो रहे हैं? क्यों मुख्यमंत्री कर्मचारियों व जनता को उनका हक नही दे पा रहे हैं?
एडवोकेट विश्व चक्षु ने कहा कि सुक्खू सरकार ने अपने मित्र के वेतन में की गई बढ़ोतरी को वापस नहीं लिया तो हमें मजबूरन सडक़ों पर उतरना पड़ेगा और सुक्खू सरकार के खिलाफ आंदोलन करना पड़ेगा।