बिलासपुर- सुभाष चंदेल
कोरोना महामारी के चलते इस बार कोरोना महामारी की भारी बंदिशें श्रधालुओं पर भारी पड़ गई तथा बिना दर्शनों के यात्रियों को कोलाँ वाला टोबा से वापिस जाना पड़ा ! मिली जानकारी के अनुसार आज दोपहर जिन यात्रिओं के पास रिपोर्ट नही थी उन्हें कोलाँ वाला टोबा के बैरियर के पास रोक दिया परन्तु श्रद्धालू ना मानते हुए वहीं पर डट गये तथा धरना प्रदर्शन कर नारे लगाने लगे|
घटना की सूचना मिलते ही वहां पर मेला अधिकारी तथा मेला सह अधिकारी सुभाष गौतम तथा पुलिस अधिकारी पहुँच गये तथा मामला सुलझा दिया जिन यात्रियों के पास कोविद टेस्ट की रिपोर्ट नही थी या जिनके पास आर टी पी सी आर की रिपोर्ट नही थी उन्हें माता के दर्शनों के लिए नही भेजा गया !
कोरोना की बंदिशों के कारण उत्तरी भारत के विख्यात तीर्थ स्थल श्री नयना देवी जी में श्रावण अष्टमी के पहले दिन ही पंजाब से आए श्रद्धालुओं ने श्री नयना देवी के समीप गाँव कोलाँ वाला टोबा में पंजाब एवं हिमाचल के बॉर्डर के पास धरना प्रदर्शन कर दिया जिसके फलस्वरूप पंजाब तथा हिमाचल दोनों सरकारों के पुलिस अधिकारियों ने मौके पर आकर श्रद्धालुओं को वापिस उनके घर भेज दिया !
मिली जानकारी के अनुसार आनंदपुर साहिब से कोला वाला टोबा के पैदल रास्ते से तथा सड़क के रास्ते से यात्रियों का आना जाना होता है जिसके फलस्वरूप माता श्री नयना देवी जी के मंदिर में आने वाले ज्यादातर श्रद्धालु इसी रास्ते का प्रयोग करते हैं| आज दोपहर जब बैरियर के पास श्रद्धालुओं से आरटीपीसी की रिपोर्ट तथा वैक्सीन की रिपोर्ट मांगी तो श्रद्धालुओं के पास रिपोर्ट ना होने के कारण उन्हें कोलाँ वाला टोबा में ही रोक दिया गया जिसके चलते भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने सरकार के खिलाफ नारे लगा दिए !
कुछ देर बाद ही मेला अधिकारी तथा मेला सह अधिकारी एवं पुलिस के सेक्टर अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे तथा उन्होंने श्रद्धालुओं को समझाया तथा उन्होंने कहा कि यदि आपके पास रिपोर्ट नहीं है तो माता जी के दर्शन के लिए नहीं भेजा जाएगा ! जिसके चलते सभी श्रद्धालुओं में मायूसी तो छाई तथा उन्हें माता के दर्शनों के लिए नहीं भेजा गया थोड़ी देर बाद ही ब्लैक कमांडो पुलिस तथा बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवान भी वहां पर आ गये तथा उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को वैक्सीन की रिपोर्ट लाने को कहा तथा सरकार के आदेश अनुसार उन्हें कोविद टेस्ट की रिपोर्ट दिखाकर ही आगे कि भेजा जाएगा !
इसके चलते सभी श्रद्धालुओं ने वहां पर अपना धरना समाप्त कर दिया ! श्रावण अष्टमी मेला अधिकारी कुमारी तोरूल ने पत्रकारों को बताया की लगभग 10- 15 दिन पहले ही सभी श्रद्धालुओं को मीडिया के द्वारा यह बता दिया गया था कि आरटीपीसी की रिपोर्ट तथा वेक्सीन की रिपोर्ट वह अपने साथ रखें नहीं तो माता के दर्शन नहीं करवाए जाएंगे !
उन्होंने कहा कि यह आदेश हिमाचल प्रदेश सरकार ने पहले ही घोषित कर दिया था जिसके चलते सभी पंजाब के तथा हिमाचल के अधिकारियों को कोविड-19 लाने के बारे में सूचित किया था ! मेला अधिकारी कुमारी तोरुल ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से यह आवश्यक है रिपोर्ट लानी ही पड़ेगी !
उन्होंने कहा कि पंजाब के पुलिस अधिकारियों तथा जिलाधीश रूपनगर से भी बात हो गई है तथा उन्हें सरकार के आदेशों को मानने को कहा तथा वो भी सहयोग दे रहे हैं ! उसी समय पंजाब के सभी पुलिस के अधिकारी भी वहां पर पहुँच गये तथा टोबा बैरियर में सारा जाम खुलवाया तथा जिन लोगों के पास आरटीडीसी की रिपोर्ट थी या को वैक्सीन की रिपोर्ट थी उन्हें माता के दर्शनों के लिए भेजा गया !