व्यूरो, रिपोर्ट
किसान संघर्ष समीति की देखरेख में किसानों ने पंजैहरा से कृृषि बिल के विरोध में ट्रेक्टर मार्च कर रोष रैली निकाली। जहां पर नए कृषि बिलों को वापिस ना लेने के लिए केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने इस दौरान नए कृषि कानूनो को रद्द करने की मांग रखी।
इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हरदीप बावा ने कहा कि भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते आज पूरा देश परेशान है। दिल्ली को चारों ओर से किसानों ने घेर रखा है लेकिन सरकार अपने अडिय़ल रवैये के चलते किसानों की कोई बात नहीं सुन रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि तीनों नए कृषि बिलों को रद्द किया जाए। एम.एस.पी. को लागू किया जाए।
एस.जी.पी.सी. सदस्य डॉ. दलजीत सिंह भिंडर ने कहा कि किसान पिछले चार महिनों से दिल्ली के सिंधू बोर्डर पर अपने मांगों को लेकर आंदोलन पर है लेकिन केंद्र सरकार इनकी कोई भी बात मनाने को तैयार नहीं है। जबकि ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई सरकार इतना अडियल रवैया अपना रही है। जब किसानों को इस बिल की जरूरत ही नहीं है तो इसे लागू नहीं करना चाहिए।