हिमखबर डेस्क
किन्नौर जिला के खवांगी गांव की होनहार बेटी डॉ. श्वेता नेगी ने अखिल भारतीय आयुष स्नातकोत्तर प्रवेश परीक्षा (AIAPGET-2025) में अनुसूचित जनजाति (ST) श्रेणी में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त कर क्षेत्र और प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने 99.69 प्रतिशत अंक अर्जित करते हुए यह असाधारण उपलब्धि हासिल की है, जो उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रमाण है।
डॉ. श्वेता नेगी खवांगी (कागरा) गांव की निवासी हैं। उनके पिता वीरेंद्र सिंह नेगी एक शिक्षक हैं, जबकि माता सुषमा कुमारी नेगी एक गृहिणी हैं। परिवार का सादा लेकिन प्रेरणादायक वातावरण हमेशा से श्वेता के लिए प्रोत्साहन का स्रोत रहा।
श्वेता की प्रारंभिक शिक्षा रिकांगपिओ में ही हुई। उन्होंने दसवीं कक्षा डीएवी स्कूल, रिकांगपिओ से उत्तीर्ण की, जबकि बारहवीं की पढ़ाई एस.डी. पब्लिक स्कूल से पूरी की। इसके उपरांत उन्होंने बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS) की डिग्री हिमाचल प्रदेश के प्रतिष्ठित राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, पपरोला से प्राप्त की। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने लक्ष्य निर्धारित कर लिया था कि वे आयुष क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करेंगी।
AIAPGET-2025 जैसी राष्ट्रीय स्तर की कठिन परीक्षा में ST श्रेणी में टॉप करना केवल श्वेता के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे किन्नौर जिले के लिए गर्व का विषय है। इस सफलता से क्षेत्र की युवा पीढ़ी को शिक्षा के क्षेत्र में नए सपने देखने और उन्हें साकार करने की प्रेरणा मिलेगी।
डॉ. श्वेता ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और गाइड्स को दिया है, जिनके सहयोग और मार्गदर्शन से उन्होंने यह मुकाम हासिल किया। उन्होंने बताया कि निरंतर अभ्यास, सही मार्गदर्शन और आत्मविश्वास से किसी भी बड़ी परीक्षा में सफलता पाई जा सकती है।
डॉ. श्वेता नेगी की इस उपलब्धि पर उनके गांव, स्कूल, कॉलेज और जिलेभर में खुशी की लहर है। विभिन्न सामाजिक और शैक्षणिक संगठनों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।